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पंचायत चुनाव में अब रुकेगी फर्जी वोटिंग

कानपुर देहात जागरण संवाददाता : पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग के चक्कर में होने वाली हिंसा व बवाल को

By Edited By: Published: Fri, 28 Nov 2014 06:40 PM (IST)Updated: Fri, 28 Nov 2014 06:40 PM (IST)
पंचायत चुनाव में अब रुकेगी फर्जी वोटिंग

कानपुर देहात जागरण संवाददाता : पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग के चक्कर में होने वाली हिंसा व बवाल को खत्म करने के मकसद से राज्य निर्वाचन आयोग ने एक बड़ा कदम उठाया है। आयोग ने ग्राम पंचायत व विधानसभा मतदाता सूची में वोटरों में भिन्नता को खत्म करने के लिए दोनों का मिलान कर आख्या मांगी है। यह प्रयोग प्रदेश के एक दर्जन जिलों में किया जा रहा है, जिसमें कानपुर देहात भी शामिल है।

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राजनीति की पहली सीढ़ी माने जाने वाले पंचायत चुनाव में होने वाली फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने सख्त फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। अभी तक पंचायत की मतदाता सूची अलग होने से बाहरी लोग भी मतदाता बनकर मतदान को प्रभावित करते हैं। यह गड़बड़ी चुनावों में बड़ी हिंसा का कारण भी बन जाती है। आयोग ने इसमें सुधार के लिए विधानसभा निर्वाचक नामावली वर्ष 2014 की सूची व पंचायत सामान्य निर्वाचन वर्ष 2010 में प्रयोग की गयी मतदाता सूची में दर्ज मतदाताओं के मिलान का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो बीएलओ लगेंगे। ब्लाक वार नोडल अफसर बीडीओ व सहायक नोडल अफसर एडीओ को बनाया जाएगा। मतदाता सूची के मिलान में तीन प्रारूप होंगे। इसमें दोनो सूचियों में मिलने वाले नामों को प्रारूप एक में दर्ज किया जाएगा। प्रारूप दो में ऐसे मतदाता जो भारत निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में दर्ज है किंतु राज्य निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है तथा प्रारूप तीन में ऐसे मतदाताओं के नाम दर्ज किए जाएंगे, जिनके नाम पंचायत नामावली में दर्ज है किंतु भारत निर्वाचन आयोग की नामावली में उनका नाम नहीं है। प्रारूप दो व तीन में दर्ज नामों का बीएलओ घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे। जिससे पंचायत चुनावों में फर्जी मतदान की आशंका खत्म हो जाएगी।

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इन जनपदों में सूचियों का मिलान

गोरखपुर, बरेली, इलाहाबाद, आगरा, वाराणसी, लखनऊ, अलीगढ़, कानपुर देहात, मुरादाबाद, जालौन, सीतापुर एवं हरदोई

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राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर काम शुरु करने के लिए कार्ययोजना बना ली गयी है। सूची के मिलान का मकसद यह है कि किसी भी मतदाता का नाम सूची से न छूटे और फर्जी मतदाता का नाम सूची में न रहे।

शिवशंकर गुप्ता, उप जिला निर्वाचन अधिकारी कानपुर देहात


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