आंदोलनकारियों को खदेड़ तुड़वाया अनशन
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : जनसमस्याओं के निदान के लिए माती मुख्यालय पर सत्याग्रह में बुधवार को पहले प्रशासनिक अफसरों ने वार्ता की और बाद में देर शाम आंदोलनकारियों पर सख्ती दिखा खदेड़ दिया। वहीं सत्याग्रहियों ने पुलिस पर बल प्रयोग कर अनशन तुड़वाने का आरोप लगाया है, जबकि अफसरों ने इससे इंकार करते हुए मांगों के निस्तारण के लिए आदेश होने पर अनशन स्थगित कराने की बात कही है।
जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने व बिजली संकट के निदान समेत विभिन्न मांगों को लेकर सामजिक संगठनों द्वारा 11 सितंबर से माती में बेमियादी धरना व अनशन शुरू किया गया था। शासन द्वारा जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की घोषणा के बाद आंदोलन कारी बिजली कटौती बंद कराने, जेल में बंदियों से होने वाले दुर्व्यवहार व उत्पीड़न की जांच, बंदी की मौत के मामले में तथ्य छिपाने वाले जेल अफसरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने, लक्ष्मणपुर पिलख का कोटा बहाल करने, जेएसवाई की चेकों में हेराफेरी के दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराने, भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने पर अड़े थे। मंगलवार शाम यादव नगर रसूलाबाद के जगत सिंह द्वारा मांगों के समर्थन में 25 सितंबर को माती में आत्मदाह की चेतावनी दिये जाने के बाद प्रशासन गंभीर हो गया। एसडीएम सदर व सीओ ने बुधवार को तीन चक्रों में सत्याग्रहियों से वार्ता की। देर शाम अफसरों व सत्याग्रहियों के बीच तीखी झड़पें हुई। अनशनकारी सुखदेव, श्रीराम, सियाराम, नाथूराम आर्या, रजपाल सिंह गौर, प्रमोद कुमार व वेद प्रकाश ने बताया कि पुलिस ने लाठियां पटककर आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया। इसकी जानकारी पर पहुंचे सत्याग्रह के संयोजक मोहन कुमार व संचालक राजेंद्र रशल ने विरोध दर्ज कराया। बाद में अफसरों ने जबरन अनशन तुड़वा दिया। वहीं इस बाबत एसडीएम हरिहर राम ने बल प्रयोग व आंदोलनकारियों को खदड़े जाने से इंकार करते हुए कहा कि सभी मांगें स्वीकार कर प्रभावी निस्तारण का लिखित आश्वासन पर अनशन स्थगित कराया गया है।