वर्चस्व को लेकर अल्पसंख्यक वर्ग व यादव बिरादरी में संघर्ष, तनाव
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : रूरा थाना क्षेत्र के नौरंगाबाद गांव में सोमवार की रात वर्चस्व को लेकर अल्पसंख्यक वर्ग व यादव बिरादरी के लोगों के बीच संघर्ष हो गया, जिसमें चार लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस की जीप पर भी उपद्रवियों ने पथराव करके शीशा तोड़ दिया। कार्रवाई तो दूर पुलिस ने घायलों को अस्पताल तक नहीं भिजवाया। मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे पहुंचे पीड़ितों की शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर पुलिस ने आधा दर्जन नामजद समेत अन्य हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना है।
नौरंगाबाद गांव में वर्चस्व को लेकर यादव बिरादरी व मुस्लिम परिवार के बीच काफी दिनों से तनातनी की स्थिति बनी थी। सोमवार शाम गांव के नफीस व शरीफ शौच के लिए खेतों पर गए थे। जहां मौजूद पुत्तन यादव, बउआ यादव, बड़े यादव से विवाद के बाद मारपीट हो गई। इसकी जानकारी गांव पहुंचते ही दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गए और संघर्ष व पथराव शुरू हो गया। इसमें नफीस, शरीफ, शकील व लतीफ गंभीर रूप से घायल हो गए। बवाल की सूचना पर रूरा एसओ केएल पटेल फोर्स के साथ गांव पहुंचे। उपद्रवियों ने पुलिस की जीप पर पथराव कर शीशा तोड़ दिया। जवाबी कार्रवाई की बजाय पुलिस मूकदर्शक बनी रही। एसओ ने उच्चाधिकारियों को भी घटना की सूचना नहीं दी और न ही घायलों को अस्पताल भिजवाया। तनावपूर्ण की स्थिति के बावजूद एसओ बिना कार्रवाई लौट गए। मंगलवार सुबह घायलों के परिजनों ने थाने पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी तो कार्रवाई की बजाय टरका दिया गया। इससे आक्रोशित लोगों ने माती पहुंचकर डीएम से कार्रवाई की गुहार लगाई। पीड़ितों की दास्तां सुनने के बाद डीएम मासूम अली सरवर ने एसडीएम हरिहराम व एसओ रूरा को तलब कर रिपोर्ट दर्ज कर घायलों को अस्पताल भिजवाने का निर्देश दिया। एसओ केएल पटेल ने बताया कि मो. शकील की तहरीर पर प्रधान दयाराम यादव, बड़े यादव, पुत्तन यादव, दउआ यादव, कमल सिंह यादव तथा अज्ञात साथियों के खिलाफ बलवा व गंभीर चोट पहुंचाने मारपीट व धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। घायलों को अस्पताल भिजवाया गया है। छानबीन के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।