आइटीआइ में सीटें फुल होने के कगार पर
जागरण संवाददाता, कानपुर : जहां एक ओर शहर के डिग्री कालेजों में स्नातक प्रथम वर्ष की सीट
जागरण संवाददाता, कानपुर : जहां एक ओर शहर के डिग्री कालेजों में स्नातक प्रथम वर्ष की सीटें खाली पड़ी हैं वहीं कुशल शिल्पकार तैयार करने वाले राजकीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइटीआइ) का क्रेज अभी बरकरार है। काउंसिलिंग के दूसरे चरण तक आइटीआइ में 70.5 फीसद सीटें भर चुकी हैं जबकि काउंसिलिंग का तीसरा व चौथा चरण अभी बाकी है। पहली बार पालीटेक्निक की प्रवेश प्रक्रिया खत्म होने के बाद आइटीआइ में दाखिले की दौड़ शुरू हुई है।
आइटीआइ कानपुर में सत्र 2017-18 में 36 ट्रेड की 1700 सीटों पर प्रवेश होने हैं। इनमें 1200 सीटों पर छात्र अपनी जगह पक्की कर चुके हैं। इन सीमित सीटों पर प्रवेश लेने के लिए इस बार 60 हजार छात्रों ने आवेदन किए हैं। प्रधानाचार्य केएम सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रानिक्स, टर्नर, फिटर, कंप्यूटर, मशीनिस्ट व मोटर मैकेनिक ट्रेड की जबरदस्त मांग है। काउंसिलिंग के दूसरे चरण तक इन सभी ट्रेड में सीटें फुल हो चुकी हैं। इसके अलावा अन्य ट्रेड में भी सीटें भरने के कगार पर पहुंच चुकी हैं।
सत्र शुरू होने का समय बदला :
आइटीआइ में प्रवेश प्रक्रिया इस बार महीने भर देर से शुरू हुई है। अगस्त के बजाय हर साल जुलाई में प्रवेश का सिलसिला शुरू हो जाया करता था। सत्र में बदलाव का कारण उन सभी छात्रों को मौका देना है जिन्हें पालीटेक्निक समेत अन्य संस्थानों में मनपसंद ब्रांच नहीं मिल पाई हैं। पहले फार्म भरने व प्रवेश लेने के बाद कई छात्र दूसरे संस्थान में प्रवेश प्राप्त करने के बाद यहां छोड़ दिया करते थे। इसका कारण यहां की फीस महज 40 रुपये महीना है। यह सीट खाली होने के बाद भी जरूरतमंद व कम मेरिट वाले छात्र इसमें दाखिला नहीं प्राप्त कर सकते थे। इसका कारण आनलाइन प्रवेश के चलते सीटें चुनने के साथ ही यह लॉक हो जाया करती थीं इसके बाद दूसरा छात्र इन पर आवदेन नहीं कर सकता था।