केला उत्पादन का हब बनेगा भीतरगांव ब्लाक
जागरण संवाददाता, कानपुर : राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत भीतरगांव ब्लाक को केला उत्पाद
जागरण संवाददाता, कानपुर : राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत भीतरगांव ब्लाक को केला उत्पादन के हब के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां के 50 किसानों ने 35 हेक्टेयर में टिसू कल्चर पद्धति से केला की खेती शुरू कर दी है। जल्द ही कई और किसानों के यहां खेती शुरू कराई जाएगी।
अभी शहर में बिहार, जालौन और भुसावल से केला आता है। जिले में चार से पांच हेक्टेयर क्षेत्रफल में ही केला की खेती होती रही है लेकिन उद्यान विभाग इसका दायरा बढ़ा कर चार से पांच सौ हेक्टेयर करने की तैयारी कर रहा है। फिलहाल विभाग को भीतरगांव में 35 हेक्टेयर क्षेत्रफल में खेती कराने में सफलता मिली है। किसानों को प्रथम वर्ष प्रति हेक्टेयर 30738 रुपये अनुदान दिया जाएगा, जबकि दूसरे वर्ष दस हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। टिसू कल्चर वाला पौधा लगाने पर प्रति हेक्टेयर करीब छह सौ क्विंटल केला उत्पादन होगा। जो किसान निर्यात करना चाहेंगे तो उन्हें एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस फंड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट्स डेवलपमेंट अथॉरिटी से सुविधाएं दिलाई जाएंगी। किस देश में केला की कितनी मांग है, वहां कितना मूल्य है इसकी जानकारी भी उन्हें दी जाएगी। उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी ने बताया कि भीतरगांव में केला उत्पादन की अपार संभावना है। इसलिए वहां विशेष कवायद की जा रही है।