एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में मिला भ्रूण
जागरण संवाददाता, कानपुर : एलएलआर अस्पताल (हैलट) की इमरजेंसी में बुधवार सुबह साढ़े चार माह
जागरण संवाददाता, कानपुर : एलएलआर अस्पताल (हैलट) की इमरजेंसी में बुधवार सुबह साढ़े चार माह का भ्रूण मिलने से सनसनी फैल गई। भ्रूण मेडिसिन वार्ड के टॉयलेट में पड़ा था। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच कराई जा रही है।
सुबह करीब साढ़े नौ बजे कानपुर देहात के जयपाल यादव मेडिसिन वार्ड नंबर एक के शौचालय में गए। वह तुरंत बाहर आए और जूनियर डॉक्टरों को दरवाजे के पीछे नवजात के पड़े होने की जानकारी दी। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. विनय कटियार, इमरजेंसी इंचार्ज और नर्सिग स्टाफ ने मुआयना किया। ओपीडी इंचार्ज डॉ. रीता गुप्ता ने चार से साढ़े चार माह का भ्रूण होने की पुष्टि की। सफाई कर्मी ने उसे पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि भ्रूण को किसी ने टॉयलेट में लाकर रखा है। जच्चा बच्चा अस्पताल से रिकार्ड लिए जा रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज भी चेक कराई जाएगी। डॉ. विनय कटियार के मुताबिक भ्रूण लड़के का था। उसकी नाल तक नहीं कटी थी।
दो महिलाओं का रिकार्ड चेक किया
इमरजेंसी में दो महिलाएं भर्ती हैं। एक कानपुर देहात की रहने वाली है। उसकी डिलीवरी जच्चा बच्चा अस्पताल में हुई, जिसमें बेटी पैदा हुई है। दूसरी महिला का अब तक प्रसव नहीं हुआ है।
उठ रहे सवाल
- आखिर किसी को भ्रूण फेंकना था तो वह सुरक्षाकर्मियों, स्टाफ और डॉक्टरों के बीच से होकर टॉयलेट क्यों जाएगा?
- सुबह साढ़े नौ बजे भ्रूण मिलने की जानकारी हुई। क्या उससे पहले कोई टॉयलेट नहीं गया?
- भ्रूण किसी पॉलीथिन या कपड़े में लिपटा हुआ नहीं था। उसे आखिर कैसे लाया गया?
- सुबह से लेकर शाम तक सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं चेक की गई?