'सकारात्मक सोच व आत्मविश्वास सफलता के मंत्र'
जागरण संवाददाता, कानपुर : सफलता सिर्फ किस्मत की ही बात नहीं है। इसके लिए सकारात्मक सोच और आत्मविश्वा
जागरण संवाददाता, कानपुर : सफलता सिर्फ किस्मत की ही बात नहीं है। इसके लिए सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास बेहद जरूरी है। बचपन से लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत से कामयाबी हासिल होती है। जो छात्र यह सोचते हैं कि वे इंग्लिश मीडियम से नहीं हैं, गांव में रहते हैं व संसाधन सीमित हैं तो कैसे आगे निकल सकते हैं। उनका यह सोचना गलत है क्योंकि भाषा व संसाधन मेधावियों की राह में रोड़ा नहीं बनते हैं। ये बातें दैनिक जागरण एजुकेशन फेस्ट के समापन के दौरान मुख्य अतिथि जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने कहीं।
कान्हा गैलेक्सी में चल रहे फेस्ट के दूसरे और अंतिम दिन रविवार को डीएम ने कहा कि उनकी स्कूली शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल में हुई थी। जब वे सात साल के थे, तब पहली बार स्कूल गए थे। अपने आत्मविश्वास व योजनाबद्ध अध्ययन से संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में सफलता प्राप्त की।
कामयाबी के टिप्स
- सामूहिक पढ़ाई से कम समय में अच्छी तैयारी की जा सकती है।
- किसी पुस्तक के 15 अध्याय पढ़ने हैं और आप तीन दोस्त हैं तो सभी के हिस्से में पांच-पांच अध्याय आते हैं। इन अध्यायों को एक दूसरे के साथ शेयर करके सभी अध्याय कंठस्थ कर सकते हैं। क्योंकि अपने दोस्त को समझाने के लिए आप एक शिक्षक की तरह अध्याय पढ़ेंगे।
- जितना अध्ययन करें, उसे एक बार लिखकर याद करने का प्रयास करें।
- सोशल मीडिया और वाट्सएप से दूरी बनाकर रखें।
- पहले अध्याय से शुरूआत कर खत्म करने तक बिना रुके अध्ययन करें।
- दोस्त हमेशा अच्छे बनाएं, जो आपकी शैक्षिक चर्चा में सहयोगी बनें।
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एमबीए में प्रवेश की राह हुई आसान
किदवई नगर से आए सलमान ने एजुकेशन फेस्ट में एमबीए में प्रवेश की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि फेस्ट में उन्हें एचआर से एमबीए करने की विस्तृत जानकारी मिली।
एचआर मैनेजमेंट के लिए मिले कई कालेज
कल्याणपुर से आई जाह्नवी सक्सेना को एचआर में एमबीए करने के लिए यहां पर कई कालेज मिले। इन कालेजों से उन्होंने प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी भी प्राप्त की।
बीटेक के लिए मिली कई राहें
शिवांगी अवस्थी व प्रियांशी पाल को यहां पर बीटेक में प्रवेश के लिए कई कालेज मिले। दोनों कंप्यूटर साइंस से बीटेक करना चाहती हैं।