बरसात में दिखती बीमारियों की दहशत
एयरफोर्स स्टेशन से जुड़े वार्ड 70 तिवारीपुर में रहने वालों की जिंदगी गंदगी के बीच कट रही है। बरसात मे
एयरफोर्स स्टेशन से जुड़े वार्ड 70 तिवारीपुर में रहने वालों की जिंदगी गंदगी के बीच कट रही है। बरसात में तो लोग बीमारियों के खौफ में जीते हैं, इसके बाद भी यहां समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। पांच साल पहले इसी उम्मीद से वोट दिया था कि उन्हें कूड़े से निजात मिलेगी पर समस्या खत्म होने के बजाय और बढ़ गई। क्षेत्र में विकास किए जाने का दावा भी यहां के लोगों के गले नहीं उतर रहा है।
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वार्ड- 70
नाम- तिवारीपुर
आबादी - 28 हजार
सीमा- सिद्धनाथ घाट, जेके कालोनी, तिवारीपुर, तिवारीपुर बगिया, आदर्श नगर, दुर्गा विहार, मानस विहार, कैलाश नगर
विस्तार- बीमा अस्पताल बाउंड्री एवं जेके रेयन बाउंड्री एवं दुर्गा मंदिर रोड होते हुए गंगा नदी तक का दक्षिणी भाग। चकेरी एरोड्रम एयरफोर्स बाउंड्री का उत्तरी भाग। मोना नगर, वाजिदपुर, हरिजन बस्ती पंपिंग स्टेशन का पश्चिमी भाग। लखनऊ बाईपास रोड का पूर्वी भाग।
मोहल्ले- आदर्श नगर, मानस विहार, जेके कालोनी, तिवारीपुर गांव, तिवारीपुर बगिया, ताड़बगिया, दुर्गा विहार, कैलाश नगर, कैलाश विहार, वाजिदपुर गांव
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मुख्य समस्या
जाजमऊ तिवारीपुर में आबादी के बीच से निकला एयरफोर्स का खुला नाला और सड़क किनारे बने खुले कूड़ाघर हर बार बरसात में बीमारियां बांटने का काम करते हैं। बरसात आते ही इस क्षेत्र के लोगों को यही चिंता सताती है कि कहीं उनका परिवार ही बीमारियों की जकड़ में न आ जाए। एक से डेढ़ किलोमीटर नाले के ऊपर अवैध कब्जे हो गए हैं, जिसकी वजह से उसकी साफ सफाई नहीं हो पाती है। जिस जगह पर नाला खुला हुआ है, वहां पर तो जेसीबी के माध्यम से साल में एक बार सफाई हो जाती है, लेकिन बाकी जगह नहीं हो पाती। तिवारीपुर जखई बाबा चौराहे पर सड़क किनारे लोगों ने 25 साल पहले कूड़ा डालना शुरू कर दिया। जिसके बाद से यहां पूरे क्षेत्र का कूड़ा डाला जाता है। लोगों ने कई बार विरोध भी किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। न तो नगर निगम ने सुना और न ही क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने इस पर कोई ध्यान दिया।
हैंडपंप खराब, पेयजल संकट
क्षेत्र के तमाम हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। बिजली जाने पर लोगों को पीने के पानी के लिए जूझना पड़ता है। कई रीबोर होने हैं तो कई मामूली खराबी के कारण बंद पड़े हैं।
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जनता की जुबानी
सड़क किनारे कूड़ा डाले जाने से उठने वाली दुर्गंध से सांस लेना तक मुश्किल होता है। ऐसे में जब घर पर कोई रिश्तेदार आ जाता है तो बड़ी शर्म महसूस होती है।
राजू यादव
तेज हवा चलने पर कूड़ा उड़कर दुकानों व घरों के भीतर घुसता है। दिन में कई बार झाड़ू लगानी पड़ती है। बरसात में तो कूड़े की सड़ांध से हर बार बीमारियां फैलती हैं।
महबूब आलम
एयर फोर्स नाले की गंदगी से मच्छरों का आतंक है। कभी-कभी तो यहां से इस कदर दुर्गंध उठती है कि खाना तक नहीं खाया जाता है, लेकिन इन हालात में भी घर में रहना मजबूरी है।
लच्छो देवी
नाले की सफाई के नाम पर खाना पूरी की जाती है। नाले पर अतिक्रमण के चलते दस फीट चौड़ा नाला आगे जाकर दो फीट का हो गया है, जिससे उसकी सफाई ही नहीं हो पाती।
अशरफ खान
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पार्षद की बात
क्षेत्र की 90 फीसद सड़कों का निर्माण कराया जा चुका है। सिद्धनाथ घाट में टिनशेड व शुलभ शौचालय का काम भी कराया गया है। एयरफोर्स नाले पर अतिक्रमण के चलते सफाई नहीं हो पाती है।
कैलाश पांडेय, पार्षद
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आज
वार्ड- 71 ( गांधीग्राम)
मोहल्ले- गांधीग्राम, पटेलनगर, डिफेंस कालोनी, शिवकटरा, जीवन गार्डन, टटिया झनाका।