हारने के डर से टाले योगी सरकार ने चुनाव : राय
जागरण संवाददाता, कानपुर : लोकसभा और विधानसभा चुनाव के निराशाजनक परिणामों के बाद कांग्रेस को निकाय
जागरण संवाददाता, कानपुर :
लोकसभा और विधानसभा चुनाव के निराशाजनक परिणामों के बाद कांग्रेस को निकाय चुनाव से वापसी की उम्मीद है। कानपुर मंडल के प्रभारी बनाए गए बनारस के पूर्व विधायक अजय राय ने यही भरोसा कार्यकर्ताओं में जगाने का प्रयास किया। इसके लिए आधार दिया कि प्रदेश की वर्तमान स्थितियों में हार की आशंका से ही योगी सरकार ने निकाय चुनाव टालने का निर्णय लिया है।
प्रभारी बनाए जाने के बाद पहली बार अजय राय मंगलवार को कानपुर आए। पार्टी कार्यालय तिलक हॉल में कार्यकर्ताओं को ललकारा कि हम सब मिलकर कानपुर से भाजपा को उखाड़ फेंकेंगे। कार्यकर्ताओं से ठसाठस भरे हॉल ने भी राय को भरपूर ऊर्जा दी। उनका कहना था कि यह पहला मौका है, जब दो माह के शासन के बाद ही जनता ने किसी मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए हों। सरकार जानती है कि कानून व्यवस्था इतनी खराब है कि निकाय चुनाव पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वह अपनी टीम के साथ समय-समय पर सप्ताह या चार-पांच दिन का प्रवास भी करेंगे। कानपुर प्रभारी ओपी श्रीवास्तव ने कहा कि ज्यादातर नगर निगमों में इन्हीं के महापौर और पार्षद हैं, फिर भी समस्याओं का अंबार है, इसलिए चुनाव से डर गए। महानगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस इसका लाभ उठाएगी और घर-घर जाकर भाजपा की पोल खोलेगी।
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ये भी रहे मौजूद : शंकरदत्त मिश्र, कानपुर देहात अध्यक्ष नीतम सचान, औरैया अध्यक्ष कमलेश दीक्षित, इटावा अध्यक्ष उदयभान सिंह, कन्नौज अध्यक्ष विजय मिश्रा, फर्रुखाबाद अध्यक्ष मृत्युंजय शर्मा, पूर्व विधायक भूधरनारायण मिश्रा, हाफिज मो. उमर, संजीव दरियावादी, महेश दीक्षित, निजामुद्दीन खां, कृपेश त्रिपाठी, अशोक तिवारी, आलोक मिश्रा, पवन गुप्ता, केके तिवारी आदि।