20 मीटर के चक्कर में बर्बाद हो रही लाखों की सड़क
जागरण संवाददाता, कानपुर : विभागों में आपसी समन्वय का अभाव लोगों को किस कदर परेशान कर सकता है, इसका उ
जागरण संवाददाता, कानपुर : विभागों में आपसी समन्वय का अभाव लोगों को किस कदर परेशान कर सकता है, इसका उदाहरण पनकी इंडस्ट्रियल एरिया साइट वन में वर्षो बाद बनी सड़क पर साफ देखा जा सकता है। लाखों की लागत से सड़क बनाई गई, लेकिन 20 मीटर का एक टुकड़ा छोड़ दिया गया। अब हिचकोले खाकर ट्रकों की दुर्दशा हो रही है, फैक्ट्रियों में आने वाला माल भी बर्बाद हो रहा है और सड़क भी उखड़ रही है।
केस्को सबस्टेशन के सामने से गुजरने वाली सड़क अभी तीन माह पहले ही बनी है। यह सड़क वर्षो से खराब थी और यहां गढ्डे ही गढ्डे थे। नगर निगम ने करीब आधा किलोमीटर लंबी सड़क तो बनवाई लेकिन सड़क के अंत में करीब 20 मीटर का एक हिस्सा छोड़ दिया गया। इसके छूटने का असर यहां की फैक्ट्रियों में आने वाले ट्रकों और उसमें लदे माल पर पड़ रहा है। इस गड्ढे और उसमें भरे मलबे से ट्रक हिलते हुए जाते हैं और ट्रक के अंदर भरा माल अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाता है। इसके अलावा ट्रकों के दबाव की वजह से सड़क भी गढ्डों के पास से उखड़ रही है।
ट्रकों का भी इस सड़क से आना मजबूरी है क्योंकि हाईवे से उतरने के बाद कानपुर फर्टिलाइजर एंड सीमेंट लिमिटेड की दीवार के साथ बनी सड़क से उन्हें आना पड़ता है। इसी सड़क से दाहिनी ओर मुड़ने पर इंडस्ट्रियल एरिया का यह क्षेत्र पड़ता है लेकिन इस सड़क से मुड़ने के लिए सड़क नहीं बनी है। नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक यह हिस्सा आइओसी का है और यहां से पेट्रोलियम लाइन जा रही है, इसलिए नगर निगम इस पर सड़क नहीं बनवा सकता।
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मलबा और सीमेंट के बड़े टुकड़े डाले
इस हिस्से से भारी वाहन निकल सकें और उनके निकलने से मिंट्टी न उखड़े, इसलिए यहां सीमेंट की पानी में भीगकर पत्थर चुकी बोरियों के साथ अन्य मलबा रास्ते में डाल दिया गया है।
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सड़क के इस हिस्से के ना बनने से फैक्ट्री में आने वाले ट्रकों की हालत खराब हो जाती है। लोहे का भारी माल गोदाम में आता है। कई बार ट्रकों के गढ्डे में बुरी तरह हिचकोले खाने की वजह से पूरा माल एक तरफ सिमटकर खराब हो जाता है।
- प्रदीप अग्रवाल, सुपरवाइजर, भूषण पावर एंड स्टील
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नगर निगम इस छूटे हुए हिस्से को भी बनाना चाहता था लेकिन आइओसी ने यह कहकर रोक दिया कि यहां से पेट्रोलियम लाइन गुजर रही है। अब इस हिस्से को आइओसी ही बनाएगा। - अशोक कुमार, अधिशासी अभियंता, नगर निगम।