तकनीकी समस्या की भेंट चढ़ा 2.36 करोड़ का राजस्व
जागरण संवाददाता कानपुर देहात : खनन पट्टा आवंटन में पक्षपात के आरोप से बचने को शुरू की गई ईं-टेंड¨रग
जागरण संवाददाता कानपुर देहात : खनन पट्टा आवंटन में पक्षपात के आरोप से बचने को शुरू की गई ईं-टेंड¨रग में भी तकनीकी खामी उजागर हुई। सर्वर की दिक्कत से एक कंपनी के प्रपत्र कंप्यूटर पर नहीं खुले और जनपद को 2.36 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा। कंपनी निदेशक का कहना है कि अधिकारी चाहते तो मूल प्रपत्रों के आधार पर उनकी फाइनेंसियल बिड खोली जा सकती थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
खनन पट्टा में ई-टेंड¨रग के लिए 18 व 19 मई की तारीख निर्धारित की गई थी। 18 मई को निविदादाताओं की टेक्निकल बिड (निविदा) खोली गईं। इसमें लखनऊ की मां रक्तदंतिका कांट्रेक्टर्स एंड सप्लायर्स प्राइवेट लिमिटेड की बिड के पूरे अभिलेख कंप्यूटर पर ऑनलाइन नहीं देखे जा पा रहे थे। ड्राफ्ट के अलावा कोई प्रपत्र नहीं खुल रहा था। नियमानुसार कंपनी के निदेशक अंकित गुप्ता ने अपलोड किए गए प्रपत्रों की मूल प्रति की फाइल भी अधिकारियों के पास जमा कर दी थी। बि¨डग की शर्तों के मुताबिक कंप्यूटर पर टेक्निकल बिड न खुलने से कंपनी का आवेदन अमान्य कर दिया गया। दूसरे दिन खोली गई फाइनेंसियल बिड से कंपनी को इतर रखा गया। निदेशक अंकित गुप्ता ने अपर सचिव खनिज को दिए पत्र मे कहा है कि उनकी बिड आवंटी की बिड से 2.36 करोड़ अधिक थी। कंप्यूटर पर प्रपत्र न खुलने में उनका कोई दोष नहीं है। उनके पास सभी कागजातों के अपलोड होने के बाद मिलने वाली बिड आइडी भी मौजूद है। इसके बाद भी उन्हें मौका नहीं दिया गया और जनपद को 2.36 करोड़ के नुकसान पर पट्टा आवंटित कर दिया गया।
''बि¨डग की शर्तों में पहले ही उल्लेख कर दिया गया था कि स्क्रीन पर प्रपत्र न खुलने की दशा में निविदा अमान्य कर दी जाएगी। नियमत: काम किया गया है।
-अमरपाल ¨सह,एडीएम वित्त एवं राजस्व