कांशीराम आवासों के आवंटन में अनियमितता, जांच शुरू
जागरण संवाददाता, कानपुर : मान्यवर कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत आवंटित साढ़े चार सौ आवासों की
जागरण संवाददाता, कानपुर : मान्यवर कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत आवंटित साढ़े चार सौ आवासों की जांच होगी। सजारी और पनकी में बने आवासों का आवंटन अपात्रों को किए जाने की शिकायत के बाद डीएम ने जांच कमेटी का गठन किया है। एडीएम वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में गठित कमेटी उन्हें 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट देगी।
सजारी और पनकी में करीब साढ़े पांच हजार आवास बनाए गए हैं। इन आवासों का आवंटन भी हो चुका है। ये आवास उन गरीबों को आवंटित किए जाने थे जिनके पास मकान नहीं हैं और वे गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं। आरोप है कि नगरीय विकास अभिकरण द्वारा करीब साढ़े चार सौ अपात्रों को आवंटन कर दिया गया। इन अपात्रों में से तमाम ने आवास बेच दिए हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने किराए पर मकान दे दिए हैं चूंकि इन आवासों की रजिस्ट्री नहीं हो सकती है ऐसे में लाभार्थियों ने स्टांप पेपर पर ही बिक्री की गई है। बार-बार शिकायतें मिलने के बाद अब डीएम कौशलराज शर्मा ने आवंटन की जांच को कमेटी गठित किया है। उन्होंने शिकायतकर्ता द्वारा सौंपी गई अपात्रों की सूची का मौके पर जाकर सत्यापन करने के लिए कहा है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
अपात्र मिले तो आवंटन होगा रद
अगर किसी ने मकान बेचा या किराए पर दिया होगा तो उसका आवंटन रद किया जाएगा। ऐसे में मकान खरीदने वाले को मकान से तो हाथ धोना ही पड़ेगा उसने आवंटी को मकान के बदले में जो रकम दी होगी, वह भी डूब सकती है। हालांकि मकान बेचने वाले आवंटी पर प्रशासन कार्रवाई भी करेगा।
जांच टीम में शामिल अफसर
एडीएम वित्त एवं राजस्व कमेटी के अध्यक्ष, नगरीय विकास अभिकरण की परियोजना अधिकारी निधि बाजपेयी, एसडीएम सदर संजय कुमार, तहसीलदार विजय यादव को सदस्य बनाया गया है।
''आवासों के आवंटन में अनियमितता की जांच शुरू कर दी गई है। प्रत्येक आवास का सत्यापन कराया जाएगा। आवंटियों की वार्षिक आय की जांच करेंगे। - संजय चौहान, एडीएम वित्त एवं राजस्व