छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी छात्र सस्पेंड
जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के इंजीनिय¨रग विभाग की छात्रा को शराब
जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के इंजीनिय¨रग विभाग की छात्रा को शराब पिलाकर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में चार छात्रों को कालेज व छात्रावास से महीने भर के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। रविवार को इन छात्रों को सस्पेंड करने का नोटिस यूनिवर्सिटी आफ इंस्टीट्यूट एंड टेक्नोलाजी (यूआइईटी) में चस्पा कर दिया गया। उधर मामले की जांच करने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की जा रही है। विश्वविद्यालय की अनुशासन समिति कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन के आने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।
सस्पेंड होने वाले चारों छात्र सत्यम शर्मा, गौरव कुमार, अनुपम चौहान व दिव्यांशु गुप्ता केमिकल इंजीनिय¨रग तृतीय वर्ष के हैं। छात्रा की शिकायत पर प्रथमदृष्टया जांच करने के बाद आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। महीने भर तक सस्पेंड रहने के दौरान विश्वविद्यालय की उच्च स्तरीय कमेटी की जांच जारी रहेगी। अनुशासन समिति ने अपने स्तर से यह कार्रवाई की है, जबकि विश्वविद्यालय की वूमेन सेल में अभी यह मामला रखा जाना बाकी है। कुलपति के सामने अनुशासन समिति की रिपोर्ट पेश होने के बाद यह मसला वूमेन सेल के सामने रखा जाएगा।
आरोप है कि विवि के मैकेनिकल तृतीय वर्ष के छात्र सत्यम के घर पर बर्थ डे पार्टी के बहाने पीड़िता व उसकी सहेली को बुलाया गया और पार्टी के नाम पर शराब परोसी गई। इसके बाद चारों ने पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की। अपनी सहेली की मदद से वह वहां से निकल पाई। अपने परिजनों के साथ कालेज पहुंचकर छात्राओं ने शनिवार को यूआइईटी की निदेशक डा. अर्पिता यादव से शिकायत की। छात्रा के शिकायत के बारे में पता चलते ही सहपाठी छात्र-छात्राओं ने कालेज में हंगामा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
तीन छात्रावास एक वार्डन के हवाले : विश्वविद्यालय में तीन महिला छात्रावास हैं जो महज एक वार्डन के हवाले है। वार्डन की संख्या बढ़ाने पर कई बार विचार किया जा चुका है लेकिन उसे अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। वहीं कैंपस में छात्र छात्राओं के आने जाने का समय निश्चित है फिर भी कोचिंग व कापी किताब की खरीदारी करने के लिए देर शाम तक उनका आना जाना जारी रहता है।
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'शहर से बाहर एक सम्मेलन में था, तब इस मामले की जानकारी मिली। प्रथम दृष्टया जांच के आधार पर आरोपियों पर कार्रवाई के आदेश दे दिए गए, जबकि अब मामले की जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तय है।'
-प्रो. जेवी वैशम्पायन, कुलपति सीएसजेएमयू