खोजने निकले तो मिली 2.10 लाख वर्ग मीटर जमीन
जागरण संवाददाता, कानपुर: शासन के आदेश के बाद कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) का अमला अपनी कब्जे वाली
जागरण संवाददाता, कानपुर: शासन के आदेश के बाद कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) का अमला अपनी कब्जे वाली ग्राम समाज, सीलिंग व अर्जित भूमि खोजने में जुट गया है। शासन के आदेश के बाद जमीन खोजने निकले तो टीम को पहले चरण के सर्वे में 2.10 लाख वर्गमीटर जमीन कब्जेदारों के कब्जे में मिली। कब्जे की जमीन खाली कराने के लिए केडीए जिला प्रशासन के सहयोग से चार अप्रैल से 17 अप्रैल को अभियान चलाने जा रहा है।
केडीए ने पहले चरण में पनकी पड़ाव, पनकी गंगागंज भाऊसिंह, बर्रा बिनगवां, अर्रा, दहेली सुजानपुर चकेरी, रूमा, बैरी अक्बपुर बांगर, कपली ग्रामों में अपनी कब्जे वाली जमीन चिह्नित करने का सर्वे शुरू कराया तो दो लाख वर्गमीटर से ज्यादा जमीन पर कब्जेदारों ने कब्जा कर रखा था। कई जगह प्लाट काटकर बेच दिए गए। इनको खाली कराने के लिए अपर सचिव प्रदीप सिंह व अनिल भटनागर की अगुवाई में टीम बनी है। जो एक-एक ग्राम में अभियान चलाकर जमीन खाली कराएगी। साथ ही दूसरे चरण का सर्वे भी कब्जे वाली जमीनों को चिह्नित करने का शुरू हो गया है।
ओ ब्लाक किदवईनगर में खाली होंगे 79 प्लाट
आवासीय योजना में काबिज प्लाटों को चिह्नित किया जा रहा है। इसमें ओ ब्लाक सब्जीमंडी किदवईनगर में 79 प्लाट चिह्नित हुए हैं जिस पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। इसके अलावा टेम्पो पार्किग पनकी पड़ाव में जमीन पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। इसको भी खाली कराया जाएगा।
पकड़ में आएगी फर्जी रजिस्ट्री
जांच में ऐसे भूखंड भी पकड़ में आएंगे, जिसमें फर्जी रजिस्ट्री हो गई है। ऐसे पनकी में पिछले साल दस भूखंड पकड़े गए थे। उपाध्यक्ष जयश्री भोज के आदेश पर सभी भूखंड खाली कराए गए थे। ऐसे ही पनकी क्षेत्र में कई भूखंड हैं जो केडीए के दस्तावेज में खाली पड़े हैं, लेकिन मौके पर फर्जी रजिस्ट्री कराकर निर्माण हो गया है।