पूरे दिन जाम से कराहा नेशनल हाइवे
जागरण संवाददाता, कानपुर : कानपुर-लखनऊ हाइवे की लेन धंसने से नेशनल हाइवे जाम की गिरफ्त में आ गया। पूर
जागरण संवाददाता, कानपुर : कानपुर-लखनऊ हाइवे की लेन धंसने से नेशनल हाइवे जाम की गिरफ्त में आ गया। पूरे दिन लोग जाम में फंसकर कराहते रहे। समाधान के नाम पर यातायात पुलिस और एनएचएआइ के पास कोई उपाय नहीं था। पुल के ऊपर रूट का उल्लेख न होने से वाहन चालकों की परेशानी और बढ़ गई। मरम्मत होने के कारण पुल तैयार होने में एक माह का समय लगेगा।
सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगतने को जनता मजबूर है। गुरुवार को कानपुर लखनऊ हाइवे पर रामादेवी फ्लाईओवर धंसने के बाद से शुरू हुआ जाम का सिलसिला टूटने का नाम नहीं ले रहा है। पुल का निर्माण करने वाली कंपनी गैमन इंडिया ने काम किया और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से भुगतान लेकर चलती बनी। भुगतान करने के पहले एनएचएआइ ने गुणवत्ता परीक्षण की जहमत नहीं उठाई। परिणाम यह हुआ कि पुल धंस गया।
गुरुवार सुबह के बाद से नेशनल हाइवे पर वाहनों की कतारें लगी हैं। लखनऊ फ्लाईओवर पर हुई घटना से इलाहाबाद फ्लाईओवर भी जाम की चपेट में आ गया है। पुल के ऊपर इलाहाबाद और लखनऊ जाने को इंटीकेटर ही नहीं लगे हैं। इस चक्कर में इटावा की तरफ से आ रहे वाहन अलग-अलग न जाकर आपस में उलझते जा रहे हैं।
संकेतक लगाने का काम एनएचएआइ का था लेकिन पुल बनने के एक साल बाद तक कोई भी इंटीकेटर नहीं लगाया गया। घटना के बाद आनन-फानन में क्षतिग्रस्त पुल को बंद तो कर दिया गया लेकिन लोगों को जाम से बचाने को कोई उपाय नहीं किए गए। जाम से बचने को कुछ वाहन सवारों ने कट का प्रयोग करते हुए बचने का प्रयास किया और दूसरी लेन में जा घुसे। इससे कानपुर इलाहाबाद, इलाहाबाद कानपुर, लखनऊ कानपुर, कानपुर लखनऊ की लेन में जबर्दस्त उलझाव हो गया।