डॉ. लोहिया से प्रेरणा ले करें संघर्ष
जागरण संवाददाता, कानपुर : डॉ. राममनोहर लोहिया की 107वीं जयंती पर सपा समेत विभिन्न संगठनों ने कार्यक्
जागरण संवाददाता, कानपुर : डॉ. राममनोहर लोहिया की 107वीं जयंती पर सपा समेत विभिन्न संगठनों ने कार्यक्रमों का आयोजन कर उनको याद किया। वक्ताओं ने कहा कि डॉ. लोहिया ने हमेशा विश्व नागरिकता का सपना देखा था। विश्व की रचना और विकास के बारे में उनकी अनोखी व अद्वितीय दृष्टि थी। इस मौके पर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया।
सपा महानगर कार्यालय में आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने उनके छविचित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि समाजवादियों को डॉ. लोहिया से प्रेरणा लेकर सड़क पर संघर्ष करना पड़ेगा। गोष्ठी में नगर अध्यक्ष फजल महमूद, प्रदेश प्रवक्ता जगदेव सिंह यादव, अभिमन्यु गुप्ता, प्यारेलाल गुप्ता, रियाजुद्दीन सिद्दीकी, नंदलाल जायसवाल, बंटी यादव, सुनील महिवाल, राजसिंह यादव, नसीम रजा आदि मौजूद रहे।
समाजवादी विचारधारा के लिए जाने जाते थे लोहिया : सपा ग्रामीण कार्यालय में वक्ताओं ने कहा कि डॉ. लोहिया प्रखर देशभक्त और समाजवादी विचारधाराओं के लिए जाने जाते थे। गोष्ठी में जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव, विनोद प्रजापति, मुकेश यादव, मो. सलीम, सुनील प्रजापति, सुरेश गुप्ता, राजू ठाकुर, विनीत शुक्ला आदि मौजूद रहे।
दैनिक मजदूर समिति ने भी किया याद : डॉ. लोहिया ने कहा था कि समाजवादी आंदोलन सत्ता की लोलुपता से दूर रहता है। समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाकर ही उनके सपने पूरे करने होंगे। यह बात दैनिक मजदूर समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहीं। इस मौके पर सुरेश गुप्ता, राजू ठाकुर, मो. शफीक, हीरू मिश्रा, नितिन गुप्ता, राजीव अवस्थी आदि मौजूद रहे।
विभिन्न संगठनों ने किया याद : डॉ. राममनोहर लोहिया स्मारक समिति द्वारा लोहिया प्रतिमा स्थल फूलबाग में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विधायक अमिताभ बाजपेई, अंबर त्रिवेदी, सोमेन्द्र शर्मा, कृपाशंकर त्रिवेदी, प्यारेलाल गुप्ता आदि ने उनके विचारों पर चलने की नसीहत दी। मलिन बस्ती महापंचायत ने फूलबाग स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर वक्ताओं ने कहा कि वे शोषित पीड़ितों व सर्वहारा वर्ग के नेता था। प्रदीप यादव, रामशंकर राय, अशोक केसरवानी, श्रीराम यादव, कल्लू प्रसाद आदि मौजूद रहे। राष्ट्रीय एकता मिशन द्वारा काकादेव चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. अतुल सिंह चंदेल ने माल्यार्पण किया।