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कानपुर में सपा नेता की अवैध इमारत ढही, छह की मौत

समाजवादी पार्टी के नेता मेहताब आलम की अवैध बहुमंजिला इमारत कल स्लैब डालते वक्त भरभराकर ढह गई। हादसे में छह मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 17 घायल हो गए।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 02 Feb 2017 09:28 AM (IST)Updated: Thu, 02 Feb 2017 10:46 PM (IST)
कानपुर में सपा नेता की अवैध इमारत ढही, छह की मौत
कानपुर में सपा नेता की अवैध इमारत ढही, छह की मौत

कानपुर (जेएनएन)। पूरब के मैनचेस्टर कानपुर में सत्ता की हनक गरीब-मजदूर परिवारों पर कहर बनकर टूट पड़ी। कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) अफसरों की मिलीभगत से समाजवादी पार्टी के नेता मेहताब आलम की अवैध बहुमंजिला इमारत कल स्लैब डालते वक्त भरभराकर ढह गई। हादसे में छह मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 17 घायल हो गए। 50 से अधिक मजदूर देर रात तक मलबे में फंसे थे। कल देर रात के साथ ही आज तड़के तक सेना व एनडीआरएफ की टुकडिय़ां राहत और बचाव कार्य में डटी हैं। हादसे के जिम्मेदार नेता के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।

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चकेरी के गज्जूपुरवा पोखरपुर रोड के प्रीतम विहार में समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष मेहताब आलम की टेनरी और शू डिवीजन है। उसी के सामने 387 मीटर के प्लॉट पर छह मंजिला भवन बनाया जा रहा है। इस भवन के निर्माण का नक्शा पास नहीं कराया गया है।

देखें तस्वीरें : कानपुर में सपा नेता की इमारत ढहने से पांच की मौत

पिलरों पर खड़े इस भवन में साइड दीवारें भी नहीं थीं। कल इस भवन की छठी मंजिल की स्लैब डाली जा रही थी। दोपहर करीब सवा एक बजे मजदूर खाना खाने के लिए बेसमेंट में आ रहे थे कि पूरी शटरिंग ढह गई और स्लैब भरभरा कर नीचे गिर पड़ी। देखते ही देखते पांचों मंजिल की छतें गिर गईं और बेसमेंट में आए लोग उसके नीचे दब गए। इससे मूल रूप से गौरिया महाराजपुर के अहिरवां चकेरी निवासी रमेश व महाराजपुर के तिलसहरी बुजुर्ग निवासी सर्वेश कुमार कुशवाहा की मौके पर ही मौत हो गई। दो और लोगों ने भी मौके पर दम तोड़ दिया, जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। देर रात एक और शव निकला। उसकी भी शिनाख्त नहीं हो सकी। इमारत ढहने के बाद वहां के लोगों ने आननफानन ऊपरी हिस्से में फंसे घायलों को बाहर निकालकर ऑटो व ई-रिक्शा से सभी को कांशीराम ट्रॉमा सेंटर भेजा।

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हादसे की सूचना के करीब 45 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची और 50 मिनट बाद एंबुलेंस। पुलिस और फायर ब्रिगेड से हालात न संभलने पर सेना बुलाई गई। सेना की पांच टुकडिय़ों ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। शाम चार बजे एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। तड़के तक 22 घायल निकाले जा चुके हैं, जबकि 50 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है।

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मौके पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर जायजा लिया। देर रात आरोपी मेहताब आलम के खिलाफ केडीए की ओर से अवैध निर्माण का मुकदमा थाना चकेरी में दर्ज करा दिया।


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