'अभी शादी नहीं, पढ़ाई करना चाहती हूं'
कानपुर, जागरण संवाददाता: मां-बाप ने जिस लड़के को पसंद किया, वह लड़का उसे पसंद नहीं है। बेटी की जिद देख
कानपुर, जागरण संवाददाता: मां-बाप ने जिस लड़के को पसंद किया, वह लड़का उसे पसंद नहीं है। बेटी की जिद देख परिवारीजन ने उसे चार माह एक कमरे में कैद रखा। मौका पाते ही मंगलवार को वह घर से निकली और शाम सात बजे सीधे उर्सला अस्पताल परिसर में आशा ज्योति केंद्र पहुंच गई।
आशा ज्योति केंद्र की काउंसलर प्रियंका तिवारी, दीप्ति सिंह, मोनिका गुप्ता ने युवती की काउंसिलिंग की और उसे घर जाने को कहा लेकिन वह जाने को तैयार नहीं थी। उसका कहना था कि अभी वह पढ़ना चाहती है, शादी नहीं करेगी। घटना की जानकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत सिंह को दी गयी। देर रात युवती के पिता को केंद्र में बुलवाकर समझौते के साथ उसे सौंपने का प्रयास होता रहा लेकिन युवती का कहना था कि यदि वह घर गयी तो उसे परिवारीजन मार डालेंगे। अंत में परिवार से बात नहीं बनी तो युवती को नारी निकेतन भेजने का फैसला किया गया।