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मासूम खुशी के लिए सरकार के पास बजट नहीं

कानपुर, जागरण संवाददाता: इसे कानपुर नगर के अधिकारियों की लचर पैरवी का नतीजा कहें या शासन में बैठे शी

By Edited By: Published: Fri, 06 May 2016 01:18 AM (IST)Updated: Fri, 06 May 2016 01:18 AM (IST)
मासूम खुशी के लिए सरकार के पास बजट नहीं

कानपुर, जागरण संवाददाता: इसे कानपुर नगर के अधिकारियों की लचर पैरवी का नतीजा कहें या शासन में बैठे शीर्ष अधिकारियों की उदासीनता। एक माह पहले मौत के गड्ढे में गिरकर अपनी जान गंवाने वाली डेढ़ साल की मासूम खुशी की मौत का मुआवजा फाइलों में फंसकर रह गया है। जिला प्रशासन के दावे और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री के आश्वासन के बावजूद बच्ची के परिजनों को शासन से मुआवजे के नाम पर धेला भी नहीं मिला है। स्थानीय सपा विधायक ने भी बच्ची की मौत पर सरकार से मुआवजा दिलाने का दावा करके वाहवाही लूटी थी। अब उनके पास भी कोई जवाब नहीं है।

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गोंडा के सवना मोहल्ला निवासी मजदूर सोनू (28) अपनी पत्‍‌नी श्यामा (25) और डेढ़ साल की बेटी खुशी के साथ दो अप्रैल को कानपुर आया था। श्यामा नवाबगंज में अपनी बहन के यहां रुकी थी और तीन अप्रैल को सुबह उसे पथरी के इलाज के लिए अस्पताल जाना था। तीन अप्रैल को सुबह सात बजे वह बेटी के साथ शौच के लिए गई, जहां उसकी बेटी 25 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई थी। प्रशासन, सेना और नगर निगम की टीमों ने दस घंटे की मेहनत के बाद खुशी को गड्ढे से बाहर निकाला लेकिन इस बीच उसकी दम घुटने से मौत हो गई।

बच्ची की मौत के बाद स्थानीय विधायक सतीश निगम ने अपने स्तर से एक लाख रुपये की मदद बच्ची के परिजनों को दी जबकि जिला प्रशासन ने गड्ढा खुला छोड़ने वाले लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और खुशी के परिजनों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से राहत राशि दिलवाने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने इसका प्रस्ताव बनाकर भी लखनऊ भेज दिया। 13 अप्रैल को प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री शाहिद मंजूर शहर में आए। उनसे जब इस बारे में सवाल किया गया तो मंत्री ने कहा कि वह स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर मुआवजा दिलाएंगे। तीन मई को खुशी की मौत को एक माह हो गया लेकिन लखनऊ से मुआवजे की राशि के नाम पर एक धेला नहीं मिला है।

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अभी बजट नहीं है

अपने स्तर से चार बार लखनऊ जा चुके हैं। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव से भी मिल चुके हैं, लेकिन वहां से कहा जा रहा है कि अभी बजट ही नहीं है। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, कोशिश है कि बच्ची के परिजनों को सहायता मिले।

- कौशलराज शर्मा, जिलाधिकारी

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जिलाधिकारी के यहां से लखनऊ भेजी गयी रिपोर्ट की फोटो कापी मंगवाई है। अपने स्तर से प्रयास करके बच्ची के परिजनों को मदद दिलाएंगे।

- सतीश निगम, सपा विधायक


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