एक नंबर शेर-ओ-शायरी का
कानपुर, जागरण संवाददाता : अधिकारियों के जाते ही उनकी योजनाएं किस तरह धड़ाम हो जाती हैं, इसकी ताजा मि
कानपुर, जागरण संवाददाता : अधिकारियों के जाते ही उनकी योजनाएं किस तरह धड़ाम हो जाती हैं, इसकी ताजा मिसाल आईजी जोन कार्यालय पर चल रही पुलिस विभाग की हेल्प लाइन (एक नंबर भरोसे का) है। नौ माह पहले तत्कालीन आईजी आशुतोष पांडेय ने पुलिसिंग से जनता को जोड़ने और शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए एक नंबर भरोसे का हेल्प लाइन शुरू करायी थी। इसके फेसबुक पेज ने सैकड़ों लोगों की समस्या हल कर पूरे जोन में वाहवाही बटोरी। लेकिन बीते बीस दिनों से हेल्प लाइन के फेसबुक पेज की मानीट¨रग करने वाला कोई नहीं है। इसके चलते पेज पर शिकायतों की बजाए शेर-ओ-शायरी पोस्ट की जा रही हैं।
16 अप्रैल 2015 को हेल्प लाइन (एक नंबर भरोसे का) शुरू करते समय तत्कालीन आईजी ने इसे सोशल मीडिया से भी जोड़ दिया था। फेसबुक पर (वन नंबर) के नाम से एक पेज क्रिएट किया गया। इस पर लोग अपनी शिकायतों को पोस्ट करते थे। इस पेज की 24 घंटे निगरानी होती थी। अनावश्यक कमेंट और पोस्ट करने की साफ मनाही थी। तब इससे शिकायतों का निस्तारण भी होता था। लेकिन अब 24 घंटे में एक बार भी इस हेल्पलाइन के फेसबुक पेज को कोई नहीं देखता है। इसके चलते शिकायतों की जगह शायरी ही नहीं, अश्लील कमेंट भी पोस्ट हो रहे हैं। इन्हें ब्लाक करने की बात पेज पर लिखी है। लेकिन ये ब्लाक हुए या नहीं इस बारे में किसी के पास कोई जवाब नहीं है।
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कुछ कमेंट की बानगी देखिए
- आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो, मौसम हसीन है, लेकिन तुमसा नहीं। आशीष गुप्ता (आठ फरवरी )
- वजीर फिल्म का पोस्टर- अरुण शुक्ला- ग्यारह जनवरी
- वैलेंटाइन को मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में परिभाषित करते हुए पोस्ट। श्रुति त्रिवेदी - नौ फरवरी
- किसी ने अश्लील कमेंट पोस्ट की तो अभिषेक तिवारी नाम के सज्जन ने इस पर अपनी आपत्ति जाहिर की। - नौ फरवरी
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हेल्प लाइन पर अगर कोई व्यक्ति शेर-ओ-शायरी कर रहा है या फिर अश्लील टिप्पणी कर रहा है तो यह गलत है। कल से इसकी नियमित मानीट¨रग की जाएगी। दुरुपयोग रोका जाएगा।
- जकी अहमद, आईजी जोन कानपुर