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डी 80 गैंग का भंड़ाफोड़ पांच सदस्य गिरफ्तार

कानपुर, जागरण संवाददाता: शहर में लंबे समय से सक्रिय डी 80 गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने गैंग के

By Edited By: Published: Thu, 11 Feb 2016 01:18 AM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2016 01:18 AM (IST)
डी 80 गैंग का भंड़ाफोड़ पांच सदस्य गिरफ्तार

कानपुर, जागरण संवाददाता: शहर में लंबे समय से सक्रिय डी 80 गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से भारी संख्या में मोबाइल फोन, कारतूस और एक तमंचा मिला है। गैंग के पांच सदस्य अभी फरार हैं। पुलिस टीमें उनकी तलाश में लगी हुई हैं।

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कैंप कार्यालय पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि पिछले कई दिनों से शातिर शार्प शूटर रईस बनारसी को लेकर सक्रिय पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है। सीओ कर्नलगंज संजीव दीक्षित के निर्देशन में मंगलवार को कर्नलगंज एसओ आर के पटेल ने बाइक सवार तीन युवकों को रोका तो उनमें से एक ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस ने दौड़ाकर उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम शराफत, शहजादे छोटे मियां का हाता और शफीक गंगाघाट शुक्लागंज बताया। आरोपियों से पूछताछ की गयी तो उनके डी 80 गैंग से संबंधित होने के बारे में जानकारी लगी। उनसे सुराग मिलने पर पुलिस ने गैंग के दो अन्य सदस्य बजरिया के सिमरोज और कर्नलगंज के रवींद्र को भी पकड़ लिया। आरोपियों के पास से पुलिस को चार मोटर साइकिलें, 28 मोबाइल फोन, एक लैपटाप, एक डिजिटल कैमरा, एक तमंचा और तीन कारतूस बरामद हुए हैं। सभी मोबाइल नंबरों की आईएमईआई सर्विलांस पर लगायी जा रही है। गैंग से पूछताछ में पांच अन्य नाम भी सामने आए हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास चल रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपी पश्चिम सचींद्र पटेल और एसपी क्राइम अनिल कुमार भी मौजूद रहे।

पाकेट मारी और चेन स्नेचिंग का चला रहे स्कूल

कर्नलगंज के छोटे मिया का हाता निवासी गुड्डू उर्फ रिसालत ने ग्यारह साल पहले वर्ष 2005 में अपना गैंग बनाया। 28 अक्टूबर 2009 में पुलिस विभाग ने डी 80 गैंग के नाम से इसे पंजीकृत कर लिया। गुड्डू के जेल जाने के बाद उसका भाई रियाजत इस समय गैंग चला रहा है। नये लड़कों को गैंग में शामिल करके उन्हें अपराध की ट्रेनिंग देना इसका काम है। गैंग के सदस्य पहले चेन स्नेचिंग, चोरी जैसे काम करते थे। लेकिन अब रंगदारी के साथ अपहरण की वारदातों को भी अंजाम देते हैं।

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यह हैं गैंग के सक्रिय सदस्य

- गुड्डू उर्फ रिसालत उर्फ रिहान- हिस्ट्रीशीटर ए श्रेणी का अपराधी (जेल में)

रियाजत- वर्तमान में गैंग सरगना- ए श्रेणी का अपराधी (फरार)-

- शराफत- ए श्रेणी का अपराधी, गैंग का सदस्य- (गिरफ्तार)- ग्यारह मुकदमे

- टाइगर उर्फ सरताज- ए श्रेणी का अपराधी (फरार)- सात मुकदमे

शहजादे- बी श्रेणी का अपराधी- (गिरफ्तार)- तेरह मुकदमे

साहिबे आलम- बी श्रेणी का अपराधी- (फरार)- पंद्रह मुकदमे

- मोहम्मद आरिफ- ए श्रेणी का अपराधी- (जेल में)

- दिलशाद अली- बी श्रेणी का अपराधी- (फरार)

- मोहम्मद बिलाल- बी श्रेणी का अपराधी- (फरार)

- दिलशाद और दिलशाद को छोड़कर सभी कर्नलगंज के हिस्ट्रीशीटर हैं।


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