फील्ड गन फैक्ट्री कर्मी सहित तीन को एसटीएफ ने उठाया
कानपुर, जागरण संवाददाता: अर्मापुर स्थित फील्डगन फैक्ट्री से चल रहे अवैध हथियारों के कारोबार का खुलास
कानपुर, जागरण संवाददाता: अर्मापुर स्थित फील्डगन फैक्ट्री से चल रहे अवैध हथियारों के कारोबार का खुलासा करते हुए लखनऊ एसटीएफ ने गन फैक्ट्री कर्मी व गन हाउस मालिक सपा नेता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से दो रिवाल्वर भी बरामद हुई हैं। महीनों से चल रहे इस गोरखधंधे में आरोपी अब तक दर्जनों हथियार बेच चुके हैं। आरोपियों से चकेरी थाने में पूछताछ की जा रही है वहीं उनके द्वारा अब तक कबूली गयी तीन रिवाल्वर बरामद करने के लिए कानपुर पुलिस अब इलाहाबाद जाएगी।
लखनऊ एसटीएफ को लंबे समय से फील्डगन फैक्ट्री से हथियारों की तस्करी की जानकारी मिल रही थी। फैक्ट्री कर्मी रामप्रकाश मीणा पर संदेह पुख्ता होने पर एसटीएफ ने उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लिया तो धीरे धीरे मामला साफ होता चला गया। शनिवार को अचानक आठ सदस्यीय टीम कानपुर पहुंची। दोपहर लगभग दो बजे चकेरी थाना क्षेत्र के शिवकटरा में हथियारों के तस्कर एसटीएफ के हत्थे चढ़ गये। टीम के सदस्यों ने छापा मारकर उन्हें पकड़ लिया। तलाशी में आरोपियों के पास से दो रिवाल्वर बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम फील्डगन फैक्ट्री कर्मचारी मूलरूप से राजस्थान के धौलपुर निवासी रामप्रकाश मीणा, घाटमपुर निवासी गन हाउस संचालक हितेन्द्र सिंह यादव और फतेहपुर निवासी देवेश कुमार सिंह उर्फ गुड्डू बताया। आरोपियों से बरामद रिवाल्वरों का लाइसेंस और कागजात मांगे गये तो नहीं दिखा पाए। इसके बाद एसटीएफ टीम उन्हें लेकर चकेरी थाने पहुंची और वहां आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस को सौंप दिया। इंस्पेक्टर चकेरी राजीव द्विवेदी ने बताया कि कर्मचारी रामप्रकाश मीणा के पास से पहचान पत्र, एक सेंट्रो कार, तीन मोबाइल, एक मतदाता पहचान पत्र बरामद हुआ है। तीनों से पूछताछ चल रही है, अभी कई जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
फैक्ट्री कर्मचारी की मदद से बाहर आती थीं रिवाल्वर
फैक्ट्री कर्मी रामप्रकाश मीणा गैंग का सरगना है। वह रिवाल्वर का फिटर है और उसकी ड्यूटी फैक्ट्री के अंदर रहती थी। इसी का फायदा उठाकर वह रिवाल्वर व हथियार बाहर ले आता था। यहां से हथियार सपा नेता हितेन्द्र सिंह यादव की घाटमपुर स्थित कुष्मांडा गन हाउस पर पहुंचते थे और वहां सप्लायर देवेश कुमार उर्फ गुड्डू के माध्यम से बाजार में बेचे जाते थे। इंस्पेक्टर ने बताया कि 32 बोर की इस रिवाल्वर की बाजार में कीमत 87,012 रुपये है जबकि आरोपी इसे मात्र 25 हजार रुपये में बेचते थे।
अब तक पांच रिवाल्वर के बारे में बताया
-आरोपियों ने पूछताछ में अब तक पांच रिवाल्वर के बारे में बताया है जिनमें से तीन उन्होंने इलाहाबाद के एक छात्रनेता को बेची थी। छात्रनेता की छह माह पहले हत्या हो चुकी है। पुलिस उसके करीबियों से पूछताछ करने व रिवाल्वर बरामद करने के लिए इलाहाबाद जाएगी। आरोपियों के पास से दो रिवाल्वर बरामद हुई हैं उन्हें भी बेचे जाने की तैयारी थी इससे पहले ही तीनों गिरफ्तार कर लिए गए।