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खोदाई के जख्मों से सड़क छलनी, कराह रहे राहगीर

कानपुर,जागरण संवाददाता : दक्षिण की मुख्य सड़क के रूप में जानी जाने वाली दीप टाकीज की जख्मी सड़क पर किस

By Edited By: Published: Sun, 31 May 2015 01:41 AM (IST)Updated: Sun, 31 May 2015 01:41 AM (IST)
खोदाई के जख्मों से सड़क छलनी, कराह रहे राहगीर

कानपुर,जागरण संवाददाता : दक्षिण की मुख्य सड़क के रूप में जानी जाने वाली दीप टाकीज की जख्मी सड़क पर किसी ने मरहम लगाने की सुध तो नही ली, बल्कि जलनिगम ने खोदाई का कहर और बरपा दिया। वाहन सवार गहरे गड्ढों में हिचकोले खाते सफर करने को मजूबर हैं।

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चार करोड़ से बनी सड़क पर राहगीर परेशान: वर्ष 2011 में दीप टाकीज चौराहे से किदवईनगर शनिदेव मंदिर तक करीब ढाई किलोमीटर सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी ने 4 करोड़ रुपये की लागत से कराया था। दक्षिण की मुख्य सड़क होने के चलते किदवईनगर, नौबस्ता, यशोदानगर, साकेतनगर, केशवनगर समेत अन्य क्षेत्रों के लोगों का आवागमन सुगम हो गया था लेकिन एक साल के भीतर ही जलापूर्ति लाइन लीकेज होने के चलते खोदाई का काम शुरू हो गया जिससे कई जगह चिकनी सड़क को बेरहमी से खोद डाला गया। बारिश होने से सड़क की गिट्टी धीरे-धीरे उखड़ने लगी और गहरे गड्ढों में समा गई। 2012-13 में भी सड़क को पाइप लाइन सही करने व नई लाइन डालने के नाम पर खोदा गया। इसके बाद भी किसी ने सड़क को बनाने की सुध नहीं नही ली। पांच माह पहले भी फिर से जलनिगम ने पेयजल पाइप लाइन की डालने के लिए सड़क की खोदाई शुरू करा दी। जिस पर क्षेत्रीय लोगों ने विरोध भी किया,अधिकारियों ने काम खत्म होते ही नए सिरे से सड़क बनवाने की बात कही थी। काम पूरा हुए तीन माह बीत गए, फिर अभी तक किसी ने सड़क बनाने की जहमत नही उठाई।

जलभराव से और बदहाल हुई सड़क : दीप टाकीज चौराहे से गौशाला चौराहा तक सड़क किनारे बने नाले आएदिन चोक रहते हैं। बारिश के समय इस सड़क पर भीषण जलभराव की स्थिति बनी रहती है। जिसके चलते सड़क और खस्ताहाल हो जाती है। कई बार क्षेत्रीय लोगों ने नालों को फिर से बनवाने के लिए नगर निगम अधिकारियों गुहार लगाई, लेकिन किसी ने आज तक इधर ध्यान नहीं दिया। हर बारिश में सड़क तालाब बन जाती है। ऐसे में सड़क के खतरनाक गढ्डे राहगीरों के लिए जानलेवा हो जाते हैं।

जलापूर्ति लाइन की टे¨स्टग में सड़क पर भरता पानी: हाल ही में डाली गई जलापूर्ति लाइन की टे¨स्टग के चलते आए दिन लाइन के जंक्शनों से निकलने वाला पानी सड़क पर भरता रहता है वहीं पाइप लाइन की सफाई के लिए जलकल पं¨पग मशीन लगाकर सड़क पर पानी बहाता रहता है।

सड़क पर एक नजर

लंबाई- 2.50 किलोमीटर

चौड़ाई- 80 फुट

निर्माण कार्य - 2011

लागत - 4 करोड़

निर्माण विभाग- पीडब्ल्यूडी

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क्षेत्रीय लोगों का दर्द:

'दक्षिण की मुख्य सड़क होने के बाद इतने दिनों से खस्ताहाल पड़ी है तो शहर की अन्य सड़कों के बनने की क्या आस करें।' -राजू

'खतरनाक गड्ढों में गिरकर आएदिन वाहन सवार घायल हो रहे हैं वहीं जल निगम जब चाहता है, मनमाने तरीके से खोदाई शुरू कर देता है।' -ओमप्रकाश

'खोदाई ने सड़क को और खराब कर दिया है। बारिश के दौरान सड़क भर जलभराव से कई बार वाहन धंस जाते हैं।' श्यामजी

'सड़क से उड़ने वाली धूल गुबार व गिट्टी की मार ने राहगीरों का सड़क पर चलना मुश्किल कर दिया है। पता नही कब इस समस्या से मुक्ति मिलेगी।'-मुन्ना

'पांच माह पहले शुरू हुई खोदाई पर जल निगम महाप्रबंधक से बात की थी। जिस पर उन्होंने लाइन का काम खत्म होते ही सड़क बनवाने का आश्वासन दिया था। जल्द सड़़क निर्माण शुरू नही हुआ तो क्षेत्रीय लोगों के साथ जलनिगम कार्यालय घेरेंगे।'- संदीप जायसवाल, पार्षद


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