30 साल में भूकंप का सबसे बड़ा झटका
कानपुर,जागरण संवाददाता : शनिवार को भूकंप के झटकों ने शहर को हिलाकर रख दिया। झटके महसूस होते ही लोग अ
कानपुर,जागरण संवाददाता : शनिवार को भूकंप के झटकों ने शहर को हिलाकर रख दिया। झटके महसूस होते ही लोग अपार्टमेंट, अस्पताल व दफ्तरों समेत अन्य स्थानों से निकलकर बाहर की तरफ भागे। आधे घंटे के समय अंतराल में तीन बार यह झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 7.5 रिक्टर स्केल आंकी गई। जबकि शहर में करीब 5 मॉडिफाइड मर्कली इंटेंसिट स्केल तीव्रता का भूकंप रहा। शहर की संचार व्यवस्था भी ध्वस्त हो गयी है। गांधी नगर आईआईटी के निदेशक व भूकंप निरोधी इमारत के अखिल भारतीय विशेषज्ञ प्रो. एके जैन बताते हैं कि कानपुर में पिछले 30 वर्षो में भूकंप का इतना बड़ा झटका महसूस नहीं किया गया।
शहर में 11 बजकर 50 मिनट के करीब भूकंप का पहला झटका महसूस किया गया। भूकंप आने की खबर से शहर में दफ्तर, फैक्टरी, अस्पताल, स्कूल, कालेज व अपार्टमेंट में अफरा तफरी मच गई और यहां से लोग निकलकर सड़क की ओर भागने लगे। कुछ देर में जब स्थिति सामान्य हुई तो लोग फिर अपने अपने काम में जुट गए लेकिन आधे घंटे के समय अंतराल में दो और झटके महसूस किया गया जिसके बाद लोगों की सांसें अटक गई। भूकंप से सहमें लोग काफी देर तक अपने अपने दफ्तर, फैक्ट्रियों व अपार्टमेंट में नहीं गए। भूकंप के झटकों की दहशत शहर स्कूलों में इस कदर रही कि बच्चे सहम उठे। अभिभावकों ने भी देर न करते हुए अपने अपने बच्चों को लेने के लिए पहुंच गए। हालांकि स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर दुर्गेश राय बताते हैं कि करीब 15 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र बिंदु नेपाल से 75 किलोमीटर दूर था। भूकंप के झटकों की तीव्रता 500 किलोमीटर के दायरे में अधिक रही जबकि दूरियां बढ़ने के साथ इसकी तीव्रता कम होती गई। उन्होंने बताया कि भूकंप के केंद्र बिंदु से दूरी बढ़ने के साथ तीव्रता का असर उतना ही कम होता जाता है।