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रेलवे ने पकड़ी चाल, पीडब्ल्यूडी का हाल बेहाल

कानपुर, जागरण संवाददाता : झकरकटी समानांतर पुल पर रेलवे ने तो अपने हिस्से का काम करने में तेजी पकड़ ली

By Edited By: Published: Wed, 04 Mar 2015 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 05 Mar 2015 04:43 AM (IST)

कानपुर, जागरण संवाददाता : झकरकटी समानांतर पुल पर रेलवे ने तो अपने हिस्से का काम करने में तेजी पकड़ ली वहीं मुख्य कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी (नेशनल हाईवे) परिवहन मंत्रालय से स्वीकृति न मिलने की बात कहकर हाथ पर हाथ धरे बैठा है। इसके चलते जाम से निपटने को जीटी रोड चौड़ीकरण योजना पर भी ग्रहण लगता नजर आ रहा है। पुल बनने से टाटमिल, झकरकटी व अफीम कोठी पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।

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झकरकटी समानांतर पुल पर रेलवे अपना काम तेजी से पूरा करने में लगा है। रेलवे का तीन पिलर पर काम चल रहा है। रेलवे ने हिस्से के पुल का काम अप्रैल 2014 में शुरु कर दिया था, लेकिन खोदाई में सीवर लाइन, वाटर लाइन व बीएसएनएल व केस्को की लाइन आड़े आ गई। उसके बाद रेलवे ने आगे ऐसी दिक्कत न आए, इसके लिए पुल की डिजाइन बदलवा ली और काम तेजी से शुरु कर दिया। दूसरी तरफ मुख्य कार्यदायी पीडब्ल्यूडी (नेशनल हाईवे) अभी भी परिवहन मंत्रालय से मंजूरी मिलने के इंतजार में है जबकि इसके लिए छह माह पहले ही दिल्ली की एक कंपनी को समानांतर पुल की डिजाइन व इस्टीमेट तैयार करने की जिम्मेदारी दी जा चुकी है। सूत्रों के मुताबिक लोकेशन की सही जानकारी न देने से कंपनी ने डिजाइन तो तैयार कर ली थी, लेकिन उसमें झकरकटी बस अड्डा, सीवर व वाटर लाइन का जिक्र न होने से उसकी शिफ्टिंग का इस्टीमेट नहीं रखा गया। इसके चलते काम अटका पड़ा है। बताते चलें दो लेन के 880 मीटर लंबे झकरकटी समानांतर पुल का बजट (रेलवे का हिस्सा छोड़कर) करीब 55 करोड़ रुपये है वहीं रेलवे अपने हिस्से के 68 मीटर पुल का निर्माण आठ करोड़ रुपये से करा रहा है।


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