फागुन में लगी सावन की झड़ी
कानपुर, जागरण संवाददाता : रविवार को दिन भर हुई बारिश ने मौसम का मिजाज बदल डाला। फागुन में लगी सावन ज
कानपुर, जागरण संवाददाता : रविवार को दिन भर हुई बारिश ने मौसम का मिजाज बदल डाला। फागुन में लगी सावन जैसी झड़ी की वजह से तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस गिर गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस था लेकिन तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के बाद यह तापमान लुढ़ककर 19.2 डिग्री पर पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान में का अंतर भी कम रहा। यह तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि मानसून की तरह बिना रुके हो रही बारिश रबी की फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हुई है।
शनिवार को देर शाम से शुरू हुई बारिश रात में और तेज हो गई। रविवार सुबह बारिश के साथ हुई। रात से लेकर दिन भर होने वाली बारिश की मात्रा 31.3 मिलीमीटर दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनिरुद्ध दुबे बताते हैं कि क्षेत्रीय चक्रवात व पश्चिमी विक्षोभ के असर से यह बारिश हुई है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान में लगातार बदलाव भी इसका एक बड़ा कारण है।
खड़ी फसलों के बारिश से झड़ गए फूल :
रबी की फसल के अंतर्गत आने वाली दलहनी, तिलहनी व खाद्यान्न की फसलों को इस बेमौसम बारिश से झटका लगा है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर व कृषि वैज्ञानिक डॉ. नौशाद खान बताते हैं कि दलहनी फसलें जैसे अरहर, चना, मटर व मसूर को इस बारिश से काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा तिलहनी फसलें जैसे सरसों, अलसी व कुसुम के फूल भी इस बारिश से झड़ गए हैं। जनवरी माह में बोई गई गेहूं की फसलें तो सुरक्षित हैं लेकिन नवंबर से दिसंबर माह के बीच बोया गया गेहूं इस बारिश में बर्बाद हो गया है। अगर आने वाले दिनों में भी बारिश होती रही तो बड़ी मात्रा में फसलें बर्बाद हो सकती हैं।