Move to Jagran APP

अंडा उत्पादन का हब बनेगा प्रदेश

कानपुर, जागरण संवाददाता: सूबे को अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की कोशिशें रंग लाने लगी हैं। दस ब

By Edited By: Published: Sat, 24 Jan 2015 07:59 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jan 2015 07:59 PM (IST)
अंडा उत्पादन का  हब बनेगा प्रदेश

कानपुर, जागरण संवाददाता: सूबे को अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की कोशिशें रंग लाने लगी हैं। दस बड़े औद्योगिक समूहों ने यूपीएसआईडीसी के औद्योगिक क्षेत्रों में लेयर्स फार्म की स्थापना के लिए भूमि मांगी है। उन्होंने कानपुर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इलाहाबाद आदि जिलों के औद्योगिक क्षेत्रों में इकाई स्थापित करने की इच्छा जाहिर की है।

loksabha election banner

प्रदेश में प्रतिवर्ष 473 करोड़ अंडे की खपत होती है, जबकि सिर्फ 108 करोड़ अंडे का उत्पादन हो पाता है। मांग पूरी करने के लिए 365 करोड़ अंडों की आपूर्ति दूसरे राज्यों से होती है। सरकार ने यूपीएसआईडीसी प्रबंधन से दूसरे प्रांतों में अंडा उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करने वाले समूहों को भी यहां निवेश के लिए प्रेरित करने को कहा है। सरकार की इस पहल का असर भी हुआ है। 10 बड़े औद्योगिक समूहों ने यहां निवेश की इच्छा जताई है। फार्म स्थापित करने को दो से तीन एकड़ भूमि की जरूरत होगी। सब ठीक रहा तो कानपुर के चकेरी, फर्रुखाबाद के खिसेपुर, इलाहाबाद के नैनी, कानपुर देहात के जैनपुर में इकाइयों की स्थापना के लिए भूमि दी जाएगी। अगर इन बड़े समूहों ने निवेश किया तो उप्र अंडा उत्पादन का हब बन जाएगा। कामर्शियल लेयर्स फार्म स्थापित होने के बाद लोगों को रोजगार भी मिलेगा। औद्योगिक विकास एवं अवस्थापना विभाग के सचिव ने यूपीएसआईडीसी प्रबंधन को इन समूहों को भूमि देने के लिए कहा है। यूपीएसआईडीसी के एमडी मनोज सिंह का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में मांग के मुताबिक भूमि मिल जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.