धरे रहे अरमान, निपट गया सम्मान
कानपुर, जागरण संवाददाता : यूपी बोर्ड की लापरवाही ने प्रदेश के 44 मेधावियों से मुख्यमंत्री अखिलेश याद
कानपुर, जागरण संवाददाता : यूपी बोर्ड की लापरवाही ने प्रदेश के 44 मेधावियों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाथों सम्मानित होने की खुशी छीन ली। उन्हें न तो सम्मान की तालियां मिल सकीं और न ही राजधानी जाने का गौरव।
उप्र ¨हदी संस्थान हर साल यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में सर्वोच्च अंक पाने वाले मेधावियों को 'पं. कृष्ण विहारी बाजपेयी सम्मान' से सम्मानित करता है। लखनऊ में एक समारोह में मुख्यमंत्री इन मेधावियों को सम्मानपत्र के साथ एक हजार रुपये की राशि देते हैं। इस बार यह समारोह सात दिसंबर को संस्थान प्रेक्षागार में हुआ था जिसमें सीएम ने साहित्यकारों को सम्मानित किया लेकिन सूची न होने से मेधावी सम्मान पाने से वंचित रह गए। बताते हैं कि ¨हदी संस्थान ने सात जून को मेधावियों की सूची मांगी थी लेकिन बोर्ड ने कोई तवज्जो नहीं दी। संस्थान का विशेष वाहक जब बोर्ड कार्यालय पहुंचा तो उसे ¨हदी भाषा के मेधावियों की सूची पकड़ा दी गई। बाद में फिर से ¨हदी साहित्य के मेधावियों की सूची मांगी गई तो विलंब से मिली। उसमें भी मेधावियों के पते नहीं थे। संबंधित जिलों के विद्यालय निरीक्षकों से संपर्क करके मेधावियों की तलाश की गई पर तब तक समारोह सम्पन्न हो गया।
शहर के भी थे दो मेधावी
इस सूची में हाईस्कूल में बीएनएसडी शिक्षा निकेतन के अभिनव दीक्षित (शतप्रतिशत अंक) व इंटरमीडिएट की सूची में मोतीलाल मेमोरियल इंटर कालेज हसनपुर की छात्रा प्रियंका (96 प्रतिशत अंक) के नाम शामिल हैं। मंडल से जसवंत नगर इटावा की छात्रा ंवर्षा भी है। अब यह सम्मान सभी के घर भेजा जाएगा।