पते फर्जी, कोचिंग संचालकों से होगी पूछताछ
कानपुर, जागरण संवाददाता: व्यापम (मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले की जांच में जुटी मध्य प
कानपुर, जागरण संवाददाता: व्यापम (मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले की जांच में जुटी मध्य प्रदेश एसटीएफ ने तीसरे दिन काकादेव और उसके आसपास की कालोनियों में तलाशी अभियान चलाया कोई खास सफलता नहीं मिली। हास्टल में रहने वाले एक छात्र का पता ही एसटीएफ को मिल सका। जांच अधिकारी महोबा की जिलापंचायत अध्यक्ष के पति रमेश शिवहरे की संपत्ति के बारे में जानकारी करने के लिए आवास विकास परिषद में भी गए लेकिन यहां भी निराशा हाथ लगी। अब एसटीएफ कोचिंग सेंटरों में पूछताछ करेगी।
एसटीएफ प्रभारी हरीश दुबे ने बताया कि मंगलवार को काकादेव, गीतानगर व शारदा नगर में दो दर्जन मकानों में जानकारी की। काकादेव में जीनियस हास्टल से अशफाक खान नाम के छात्र के बारे में जानकारी मिली है, वह छह माह पहले हास्टल छोड़कर जा चुका है। उन्होंने बताया कि मकान मालिकों ने किसी भी छात्र का पता सत्यापित नहीं कराया, इसलिए यह दिक्कत हुई। अब वह कोचिंग सेंटरों पर जाकर पिछले दो साल का रिकार्ड चेक करेंगे। कोचिंग सेंटरों से छात्रों के फार्म पर लिखा पता व उनके फोटो मिलने की उम्मीद है।
सपा नेता की मां के नाम से मकान
हरीश दुबे ने बताया कि वह अपनी टीम के साथ सपा नेता रमेश शिवहरे के बारे में जानकारी जुटाने आवास विकास परिषद गए थे। मकान रमेश की मां के नाम से है। अब उनकी मां की आय के बारे में साक्ष्य जुटाएंगे। यदि रमेश की मां की आय मकान की कीमत के बराबर नहीं है तो मकान की कुर्की को कोर्ट में अर्जी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन छात्रों के बारे में जानकारियां मिली हैं उनसे पूछताछ करने के लिए भोपाल से अन्य टीमें निकल चुकी हैं।