अफसर फंसे तो करने लगे लीपापोती
कानपुर,जागरण संवाददाता: घटिया हैंडपंप लगाने का मामला अब शासन तक पहुंच गया है। शासन के जांच कराकर दोष
कानपुर,जागरण संवाददाता: घटिया हैंडपंप लगाने का मामला अब शासन तक पहुंच गया है। शासन के जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने के आदेश के बाद अब संबंधित अफसरों के फंसने का खतरा दिखा तो अब लीपापोती की जा रही है।
नगर निगम सदन के आदेश पर एक साल पहले हर वार्ड में दो-दो हैंडपंप लगाने का आदेश दिए गए थे। पूर्व नगर आयुक्त आरएन वाजपेई ने मई माह में 1.71 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। इसके तहत शहर में हैंडपंप लगना शुरू हो गए। हैंडपंपों की स्थिति यह है कि लगने के साथ ही बंद पड़े है। भदौरिया चौराहा पर डेढ़ माह पूर्व लगा पार्षद आलोक दुबे के कोटे का लगा हैंडपंप बंद पड़ा है। इसी कड़ी में जवाहर नगर में दो माह पहले लगा हैंडपंप लगने के साथ ही बंद पड़ा है। इसको लेकर पार्षद ने हैंडपंप लगाने वाली कंपनी के अफसर को बंधक बना लिया था। चार घंटे में हैंडपंप ठीक किए जाने के बाद छोड़ा था। पार्षद ने हैंडपंप में घटिया सामग्री लगाए जाने का मामला नगर निगम सदन में उठाया था। साथ ही लगाया गया घटिया सिलेंडर भी सदन के समक्ष दिखाया था। इस मामले में सदन ने रिपोर्ट तलब की है और अगली बैठक में रखने को कहा है। वहीं इस मामले की शिकायत पार्षदों ने शासन में की है। मामले को शासन ने गंभीरता से लेते हुए अफसरों को आदेश दिए है कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाए।