जनता के जीवन से खिलवाड़
कानपुर, जागरण संवाददाता: जनता के जीवन से खिलवाड़ करने से जलकल विभाग के कर्मचारी नहीं चूक रहे है। लापर
कानपुर, जागरण संवाददाता: जनता के जीवन से खिलवाड़ करने से जलकल विभाग के कर्मचारी नहीं चूक रहे है। लापरवाही कहीं लोगों के जान पर न बन आए। इसका जीता जागता उदाहरण सत्यम विहार कल्याणपुर में स्थित जोनल पंपिंग स्टेशन में एक माह में दो बार क्लोरीन शून्य मिली है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्टेशन में काम कर रहे कर्मचारियों को अपने दायित्व का एहसास तक नहीं है। मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचने से हड़कंप मचा हुआ है।
नगर निगम की टीम को सितंबर माह में पीने के पानी की जांच में जोनल पंपिंग स्टेशन समेत 14 नलकूपों व ओवर हेड टैंक में क्लोरीन शून्य मिली है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि जोनल पंपिंग स्टेशन सत्यम विहार कल्याणपुर में दो व 26 सितंबर को क्लोरीन शून्य मिली। बताया जा रहा है कि ब्लीचिंग पाउडर दिया जा रहा है फिर कहा जा रहा है। नगर निगम ने रिपोर्ट जलकल विभाग को भेजी है।
जोनल के अधिशासी अभियंता धीरज सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच कराते है, दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सचिव राघवेन्द्र कुमार ने बताया कि अभी उन्होंने कार्यभार संभाला है। मामला संज्ञान में आ गया है इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
यहां पर भी क्लोरीन मिली शून्य
सीओडी गेट नंबर छह बाबूपुरवा, जे ब्लाक गीता पार्क किदवईनगर, जेटू पार्क विजयनगर, लाल टंकी जेके कालोनी, रामबाग, चन्द्र विहार, गुरुदेव पैलेस, चरन सिंह कालोनी गोविन्दनगर, शास्त्री पार्क जूही, कैलाश विहार कल्याणपुर, परदेवनपुरवा, मोती नगर जाजमऊ में लगे नलकूपों में क्लोरीन शून्य मिली। इसके अलावा ओवर हेड टैंक चीना पार्क दलेलपुरवा व आवास विकास हंसपुरम में क्लोरीन गायब मिली।
क्यों डाली जाती हैं क्लोरीन
0 क्लोरीन इसलिए डाली जाती है कि अगर पानी में कहीं कीटाणु है तो मर जाए। क्लोरीन रहने से यह तय हो जाता है कि पानी में गड़बड़ी नहीं है। क्लोरीन रहने से पानी दूषित नहीं होता है लेकिन ऐसे में यह तय नहीं हो पाएगा कि पानी शुद्ध है।