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तकनीक से फसलों का विकास संभव

By Edited By: Published: Wed, 17 Sep 2014 07:13 PM (IST)Updated: Wed, 17 Sep 2014 07:13 PM (IST)
तकनीक से फसलों का विकास संभव

कानपुर, जागरण संवाददाता : देश में दलहनी फसलों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर पूर्वी राज्यों को भी आगे आना होगा। यह बात भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के उत्तर पूर्वी भारत के शोध काम्प्लेक्स के निदेशक डॉ. एसबी नचान ने कही। वह बुधवार को भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान में आयोजित परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।

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उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों की दलहन अनुसंधान द्वारा विकसित प्रजातियों तथा तकनीकी सहायता से इन राज्यों में दलहनी फसलों का विकास संभव है। देश के उत्तर पूर्वी पर्वतीय राज्यों में दलहन शोध एवं विकास बढ़ाने के लिए आयोजित इस परिचर्चा में भारत के आठ उत्तर पूर्वी राज्यों के वैज्ञानिकों के अलावा विभिन्न दलहनी फसलों के परियोजना समन्वयकों ने भाग लिया। संस्थान के निदेशक डा. एनपी सिंह ने उद्घाटन सत्र में राष्ट्र की दलहन उत्पादन स्थिति पर प्रकाश डालते हुए दलहन उत्पादन के समग्र विकास दर बल दिया। उन्होंने राष्ट्र के उत्तर पूर्वी राज्यों में दलहन उत्पादन के स्तर के सुधारने के लिए इन क्षेत्रों में स्थित कृषि शोध संस्थानों व विश्वविद्यालयों के सक्रिय सहयोग की आवश्कता पर भी जानकारी दी।


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