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थाने तक प्रधान के संरक्षण में आएंगी पीडि़त महिलाएं

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 08:54 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 08:54 PM (IST)

कानपुर, जागरण संवाददाता: घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, पड़ोसियों की दबंगई, छेड़छाड़ से परेशान व अन्य समस्याओं से जूझ रही महिलाओं को न्याय देने को बड़ा कदम उठाया गया है। डीएम द्वारा शुरू किये गये 'शक्ति' अभियान के तहत छह सितंबर को थानों में थाना दिवस के दिन उनकी समस्याओं की सुनवाई होगी। महिलाओं को प्रधान उनके घर से ले आयेंगे और दूसरे पक्ष को भी बुलाया जाएगा। मौके पर सुनवाई होगी। यदि दूसरा पक्ष नहीं आएगा तो भी मामला सुना जाएगा। प्रकरण गंभीर होगा तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सुलह समझौते की स्थिति होगी तो सुलह भी कराई जाएगी। समझौते को जीडी में दर्ज किया जाएगा।

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महिलाओं के उत्पीड़न और अन्य मामलों की शिकायतें आये दिन तहसील दिवस, थाना दिवस, डीएम के जनता दर्शन और आईजी, एसएसपी व अन्य पुलिस तथा प्रशासनिक अफसरों के यहां आती हैं। इन शिकायतों की जांच में देरी होने से पीड़ितों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार तो पुलिस कागज पर ही शिकायत निपटा देती है और पीड़िता को न्याय नहीं मिल पाता है। ऐसे में डीएम ने उन्हें न्याय देने को 'शक्ति' अभियान की शुरुआत की है। अभियान के तहत थानों में संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, लेखपाल, कानूनगो, तहसीलदार, नायब तहसीलदार व अन्य प्रभारी अधिकारियों के साथ ही सीओ और अन्य बड़े अफसर मौजूद रहेंगे। वहां दोनों पक्षों को सुना जाएगा। समझौते की पूरी प्रक्रिया को जिला प्रशासन की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। प्रधान लोगों को घर से ले आएंगे। जो मामले थाना स्तर पर नहीं निपटेंगे, उनकी सुनवाई 13 व 14 को पुलिस लाइन स्थित परामर्श केंद्र में होगी। एडीएम वित्त शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में योजना के सफल होने पर इसे शहरी क्षेत्रों में भी लागू करेंगे।


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