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लोडर ने स्कूटी सवार युवक को कुचला, मौत

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 01:30 AM (IST)Updated: Sun, 31 Aug 2014 01:30 AM (IST)

कानपुर, जागरण संवाददाता: गोविंद नगर थाना क्षेत्र में बिना हेलमेट गाड़ी चलाना स्कूटी सवार युवक के लिए काल बन गया। नौरैयाखेड़ा के पास सामने से आ रहे तेज रफ्तार लोडर ने स्कूटी में टक्कर मारने के बाद भागने के प्रयास में उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बिना परिजनों को सूचना दिए ही शव भेजने पर भीड़ ने हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दी।

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नौरैयाखेड़ा निवासी रामसिंह का 35 वर्षीय इकलौता बेटा सुरेंद्र उर्फ पप्पू शनिवार दोपहर तात्याटोपे नगर स्थित निर्माणाधीन मकान से स्कूटी से घर लौट रहा था। नौरैयाखेड़ा मजार के पास सामने से आ रहे तेज रफ्तार लोडर ने स्कूटी में टक्कर मार दी। जिससे सुरेंद्र लोडर के पहिए के नीचे आ गया। लोडर का पहिया सिर कुचलते हुए निकल गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने बिना परिजनों को सूचना दिए ही शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तो परिजनों व भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजन शव वापस लाने की मांग करते हुए सड़क पर लेट गए। इसी बीच भीड़ ने पत्थर रखकर रोड भी जाम कर दी। हंगामा बढ़ता देख सीओ गोविंद नगर ओपी सिंह आठ थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लाठियां पटककर भीड़ को खदेड़ा। सीओ गोविंद नगर ने कार्रवाई और मुआवजा दिलाने के अश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया।

हेलमेट होता तो बच जाती जान : दुपहिया वाहन चालक हेलमेट लगाकर सेफ ड्राइविंग करने के बजाय बिना हेलमेट गाड़ी चलाना शान समझते हैं। हेलमेट पुलिस से बचने के लिए नहीं खुद की सुरक्षा के लिए लगाना होता है। सुरेंद्र भी हेलमेट नहीं लगाए था।

मां के बाद पिता ने भी छोड़ा साथ : मार्ग दुर्घटना में सुरेंद्र की मौत ने उसके चार बच्चों को अनाथ कर दिया। आठ साल पहले पत्नी मंजू की बीमारी से मौैत के बाद सुरेंद्र ने वीरू, शीलू, धीरू व खुशी को मां बाप दोनों का प्यार देकर पाला। बेटे अभी पिता का हाथ बंटाने को तैयार हुए ही थे कि पिता की मौत ने सबकुछ छीन लिया।

अब और क्या देखना है बाकी: सुरेंद्र के मौत की सूचना पर पिता राम सिंह संग 95 ंवर्षीय दादी राजकुमारी भी मौके पर पहुंचीं। वह सड़क पर बैठकर भगवान को कोसने लगी कि अब यही देखना बाकी था। उन्होंने बताया कि सुरेंद्र जब दस साल का था, तब उसकी मां रामश्री की मौत हो गई थी। अपने इकलौते पोते को बेटे की तरह पालकर बड़ा किया था।

अब तक हुए हादसे

-13 मई को यशोदा नगर में सिपाही वीरेंद्र कुमार की मार्ग दुर्घटना में मौत।

-2 जुलाई को दादा नगर निवासी ब्रह्म कुमार की बाइक आवारा जानवरों से टकराने मौत।

-4 जुलाई को फीलखाना निवासी स्कूटी सवार रचना की सिर पर चोट आने से मौत।

-10 अगस्त को चकेरी में रत्तूपुरवा निवासी लबरेज अहमद की ट्रक की टक्कर से मौत।

-13 अगस्त को ग्वालटोली में कैंट निवासी आशीष कुमार की कार की टक्कर से मौत।

-14 अगस्त को काकादेव में शास्त्री नगर निवासी श्रीराम की डीसीएम की टक्कर से मौत।

-16 अगस्त को बर्रा में ट्रक की टक्कर से सेवानिवृत शिक्षक की मौत।

-16 अगस्त को बिधनू में शिक्षक के गिंट्टी में फिसल कर गिरने पर ट्रक से कुचल कर मौत।

-27 अगस्त को यशोदा नगर बाईपास पर ट्रक की टक्कर से अधिवक्ता की मौत।


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