अब सफलता का रास्ता नहीं रोकेगी अंग्रेजी
कानपुर, जागरण संवाददाता : कृषि विशेषज्ञ बनने के लिए सीएसए में प्रवेश लेने वाले ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले छात्रों की राह में अब अंग्रेजी भाषा रोड़ा नहीं बनेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसे छात्र छात्राओं के लिए इस साल से अंग्रेजी की विशेष कक्षाएं शुरू की हैं। इन कक्षाओं में एग्रीकल्चर व होमसाइंस से बीएससी व एमएससी की पढ़ाई करने वाले छात्र अपनी अंग्रेजी मजबूत कर सकेंगे।
सीएसए ने सत्र 2014-15 के लिए अंग्रेजी की विशेष कक्षाएं शुरू कर दी हैं। इस साल बीएससी व एमएससी में प्रवेश लेने वाले छात्रों की अंग्रेजी दुरुस्त करने के लिए यह कक्षाएं शाम पांच बजे के बाद दो घंटे चलाई जा रही हैं। जुलाई में नया सत्र शुरू होने के बाद इन कक्षाओं का समय और बढ़ा दिया जाएगा।
50 छात्रों के दो बैच चलेंगे
स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने वाले छात्र छात्राओं के अलावा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले भी इन कक्षाओं में शामिल हो सकेंगे। इन सभी छात्र छात्राओं के लिए 50-50 के दो बैच चलाए जाने की योजना है। अभी यह कक्षाएं 60 सीटों के साथ शुरू हुई हैं। वहीं हफ्ते भर में जर्मन भाषा की कक्षाएं भी शुरू करवा दी जाएंगी।
साक्षात्कार में होते थे असफल
अंग्रेजी में पिछड़े होने के कारण कृषि का ज्ञान होने के बाद भी विश्वविद्यालय के कई छात्रों को वह सफलता नहीं मिल पाती थी जिसकी उन्होंने कल्पना की थी। नौकरी के लिए साक्षात्कार के दौरान उन्हें असफलता का सामना करना पड़ता था।