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अखिलेश में दिखी कन्नौज हारने की टीस

संवाद सहयोगी, तिर्वा (कन्नौज) : बुधवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गुजरे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश य

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jun 2017 09:17 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jun 2017 09:17 PM (IST)
अखिलेश में दिखी कन्नौज हारने की टीस

संवाद सहयोगी, तिर्वा (कन्नौज) : बुधवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गुजरे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अंदर कन्नौज जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान मिली करारी शिकस्त की टीस साफ दिखी। कहा कि यहां का हर कोना हमारे दिल में बसता है। हमने विकास कराने के साथ बहुत कुछ दिया लेकिन बदले में लोगों ने हमें हरा दिया। हमारे दरवाजे हमेशा यहां के लिए खुले हैं पर लोग शायद नहीं चाहते हैं, जो बेवजह बहकावे में आ गए।

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बुधवार शाम पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काफिला आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गुजरते समय जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हो गए। फगुहा भट्ठा पर कार्यकर्ताओं को देख वह रुक गए। यहां गाड़ी से नीचे उतरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री का दर्द छलक पड़ा। कहा कि प्रदेश में विकास कार्यो की झड़ी लगाई। कन्नौज को सबसे पहले स्थान पर रखा। इसके बाद भी विधानसभा चुनाव में उनके उम्मीदवारों को लोगों ने हरा दिया। भाजपा का नाम लिए बिना बोले, सत्ता पाने के लिए कुछ लोगों के बरगलाने से शायद ऐसा हुआ, इसलिए अब एकजुट होकर जुट जाएं। इससे पहले ठठिया में विशिष्ट मंडी के पास विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष की शिकायत ठठिया के एक कार्यकर्ता ने की। कहा कि रंजिश में मुकदमा लिखवा रहे हैं। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया। सनी यादव, संजय पाठक, मुकेश यादव, दीपू चौहान, अंकित बघेल, प्रदीप ¨सह उर्फ बंगाली, आविद खां, अवनीश यादव, महेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।

कार्यकर्ताओं पर नियंत्रण करो

पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला रुका तो कार्यकर्ता एक-दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने लगे। हर कोई पूर्व मुख्यमंत्री को चेहरा दिखाने व सेल्फी लेने को आतुर था। श्री यादव ने नाराजगी जताते हुए पूर्व ब्लाक प्रमुख इंद्रेश यादव से कहा कि कार्यकर्ताओं को समझाओ, उन्हें नियंत्रण में रखा करो। भइया, दो मिनट बात कर लो

भीड़ में पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सदर ब्लाक प्रमुख नीलू यादव भी लाइन में लगे रहे। पूर्व मुख्यमंत्री की अनदेखी पर कुछ युवा चिल्लाने लगे। आग्रह करते हुए कहा कि भइया नीलू यादव से भी दो मिनट बात कर लो। भीड़ अधिक होने के कारण वह गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए। मगर, कुछ दूर निकलने के बाद वह फिर गाड़ी से उतर आए। कार्यकर्ताओं से पूछने लगे क्या राशिद आया है यहां पर। दो मिनट इंतजार भी किया फिर रवाना हो गए। राशिद कौन है, इसकी चर्चा होती रही।


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