नहर के पानी में गिरकर चोटिल हुए स्कूली बच्चे
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : निर्माणाधीन नहर में अचानक पानी आने से स्कूली बच्चे गिरकर घायल हो गए। कई के ब
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : निर्माणाधीन नहर में अचानक पानी आने से स्कूली बच्चे गिरकर घायल हो गए। कई के बैग तक में पानी चला गया। कुछ को अभिभावकों ने कंधे व पीठ पर बैठा कर बाहर निकाला। लोगों ने पुल निर्माण न होने पर नाराजगी जताई है।
क्षेत्र को डार्क जोन से बचाने के लिए बेवर मैनपुरी से लेकर जलालाबाद तक नहर बनाई जा रही है। इसमें मिघौली से जुड़े रजबहा को नहर में बदलने का काम शुरू कराया गया था। एक साल से निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। इसके लिए पुरानी पुलिया तोड़ दी गई। काम बीच में रोकने से बच्चे पढ़ने के लिए नहर से होकर निकलने लगे। शनिवार को अचानक नहर में पानी छोड़ दिया गया। दो दिन की छुट्टी के बाद जब बच्चे विद्यालय जाने के लिए पहुंचे तो नहर में पानी मिला। लंबा रास्ता तय करने से बचने को बच्चों ने पानी में घुसकर निकला शुरू किया। इस पर कई का संतुलन बिगड़ने से पानी में गिर पड़े। छात्र विपिन, हिमांशू, धनवीर व मधुसूदन आदि ने तो अपने बैग बचा लिए केवल कपड़े खराब हुए। वहीं, शिवम पुत्र वकील बैग सहित पानी से भीग गया। लोगों ने दौड़ कर उसको बाहर निकाला। इसके बाद बच्चे अभिभावकों के साथ नहर किनारे पहुंचे। गोद में लेकर पानी के बीच से निकाला। विनय कुमार दुबे, लालू दुबे, उजवीर यादव, राम वीर सक्सेना, राम दास सक्सेना, सुभाष दिवाकर, राजेश, रूपम दुबे, महेश शर्मा, राम दास जाटव आदि ने कहा कि स्कूल जाने वाले बच्चों को पुलिया न बनने से पानी में घुसकर निकलना पड़ रहा है। ग्रामीणों व बच्चों की समस्या पर किसी की निगाह नहीं है। समस्या का निराकरण न हुआ तो सड़क पर उतरेंगे।
इन गांवों के लोग परेशान
पुलिया न बनने से नगला सधू, रामपुर हृदय, रंपुरा, बहादुरपुर, सुखरामपुर, उमरैन आदि के लोग बेहद परेशान हैं। प्राथमिक विद्यालय नगला लक्ष्मन जाने वाले बच्चों को भी इसी नहर के बीच से होकर गुजरना पड़ता है लेकिन टूटी पुलिया मुसीबत बनी है।
अधिकारी बोले
यह बेहद गंभीर मामला है। निर्माण कार्य रुके होने के बारे में नहर विभाग से जानकारी की जाएगी। किसानों व बच्चों की समस्या को देखते हुए ठेकेदार को शीघ्र कार्य पूरा करना चाहिए। इस मामले से उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया जाएगा।
उदयवीर ¨सह, एसडीएम, छिबरामऊ