मजदूर न मिलने से आलू खोदाई ठप
कन्नौज, जागरण संवाददाता : बड़े नोट बंद होने के बाद से कोल्ड स्टोरेज पर रखे पुराने आलू को फेंकने की नौ
कन्नौज, जागरण संवाददाता : बड़े नोट बंद होने के बाद से कोल्ड स्टोरेज पर रखे पुराने आलू को फेंकने की नौबत आ चुकी है। कुछ जगहों पर मुफ्त भी बांट रहे हैं। किसानों के पास छोटे नोट न होने से मजदूर मिलने मुश्किल हैं। मजदूर फुटकर नोट मांग रहे हैं। इससे खोदाई पर संकट है। नया आलू रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज खाली कराने की कवायद तेज हो गई है।
जिले में हजारों एकड़ आलू की फसल खोदाई के लिए तैयार है। एक सप्ताह से मजदूर न मिलने की वजह से खोदाई ठप है। इसके पीछे ग्रामीण बैंकों में नकदी न मिल पाना बड़ी वजह है। एक हजार व पांच सौ के नोट जमा करने के बाद किसानों को रुपये नहीं मिल रहे हैं। इससे मजदूरों को फुटकर धनराशि देने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
कैसे पूरा होगा आलू का लक्ष्य
कन्नौज का आलू देश भर में प्रसिद्ध है। लखनऊ, कानपुर, बनारस, गोरखपुर, इलाहाबाद, मेरठ, बरेली, दिल्ली, राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत अन्य प्रांतों में जिले से आलू जाता है। सबसे ज्यादा आलू की पैदावार मानीमऊ, जलालपुर, जसोदा, ठठिया, सुजानपुर, नदसिया, गुरसहायगंज, छिबरामऊ समेत अन्य क्षेत्रों में होती है। आलू की उत्पादकता बढ़ाने के लिए हर साल सरकार जोर दे रही है। इस बार जिले में 47,500 हेक्टेयर आलू उत्पादन के लक्ष्य पर अब संकट नजर आने लगा है। किसान कहते हैं कि समय पर खाद व पानी न मिलने के कारण पहले फसल बेकार हो चुकी है। अब खोदाई में दिक्कतों से समस्या बढ़ जाएगी।
अफसर बोले
नोट बंदी के बाद से किसानों को परेशानी है। आलू खोदाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। समस्या का समाधान किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्द समस्या का हल निकालने की कोशिश चल रही है।
-मुन्ना यादव, जिला उद्यान अधिकारी।