यातायात की अनदेखी से बढ़ता हादसों का ग्राफ
कन्नौज, जागरण संवाददाता : जिले में खराब यातायात व्यवस्था को लेकर ट्रैफिक पुलिस हमेशा निशाने पर रही ह
कन्नौज, जागरण संवाददाता : जिले में खराब यातायात व्यवस्था को लेकर ट्रैफिक पुलिस हमेशा निशाने पर रही है। रोजाना वाहन चालक धड़ल्ले से ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने के साथ सड़क हादसों को न्योता दे रहे हैं। कई भीषण हादसे घटित होने के बावजूद भी ट्रैफिक पुलिस इस ओर कारगर कदम नहीं उठा रही है। इसका खामियाजा लोगों को मौत का शिकार होकर या फिर अपंग होना पड़ रहा है।
जिले में बीते 10 सालों महज नौ ट्रैफिक पुलिस कर्मियों समेत एक उप निरीक्षक के कंधों पर ट्रैफिक व्यवस्था की जिम्मेदारी चल रही है। जिला मुख्यालय स्थित लोहिया चौराहा के अलावा किसी भी चौराहा पर ट्रैफिक पुलिस के सिपाहियों की तैनाती नहीं की जा रही है। इससे बेखौफ वाहन चालक आए दिन यातायात नियमों की अनदेखी कर सड़कों पर फर्राटे भरते है। इससे दिनोंदिन सड़क हादसों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। जिले में लगातार खराब होती ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कई बार लोगों ने अधिकारियों से शिकायत भी की। इसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस बार मुकम्मल कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इससे लोगों में आक्रोश भी बना हुआ है।
मनमर्जी मुताबिक दौड़ते डग्गामार
जिला मुख्यालय से तिर्वा व गुरसहायगंज और बिलग्राम समेत कई कस्बों के लिए संचालित टेंपो व मैजिक बसों का निर्धारण सुनिश्चित किया गया है। मनमर्जी मुताबिक इधर से उधर सवारियां ले जाने का काम करते है। इससे आए दिन वाहन चालकों के बीच विवाद भी होता है।
टेंपो चालकों का पंजीकरण नहीं
बीते दो साल पूर्व शासन ने शहर में संचालित सभी टैक्सी गाड़ियों व चालकों का अनिवार्य पंजीकरण कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी ट्रैफिक पुलिस द्वारा अभी तक शहर में संचालित टेंपो व उनके चालकों का पंजीकरण नहीं किया है। इसके अलावा किसी भी रूट पर यूनियन का गठन व किराया निर्धारित नहीं किया गया है। टेंपो व टैक्सी चालक मन मुताबिक सवारियां बिठाकर मनचाहा किराया वसूलते हैं।
शहर में नहीं पार्किंग स्थल
शहर के सकरी गलियों व व्यस्त मार्गो पर जाम से निजात पाने के लिए नगर पालिका द्वारा पांच साल पूर्व पाटा नाला को पाट कर पांच स्थानों पर टेंपो पार्किंग स्थल बनाने का प्रस्ताव पास किया था। इससे शहर में निर्धारित स्थान पर टेंपो खड़े हो सके। अधिकारियों की लापरवाही के चलते योजना अधर में लटक गई। आज तक शहर के किसी भी स्थान पर पार्किंग स्थल का निर्माण नहीं हो सका। इससे मनमर्जी मुताबिक चालक टेंपो को खड़ा कर सवारियों को बैठाने व उतारने का काम करते हैं।