दो घंटे तक एसडीएम व तहसीलदार बंधक, जुलूस-नारेबाजी
छिबरामऊ, संवाद सहयोगी : हसेरन तहसील में सौरिख ब्लाक के 45 गांव जोड़े जाने से नाराज अधिवक्ताओं ने बुधव
छिबरामऊ, संवाद सहयोगी : हसेरन तहसील में सौरिख ब्लाक के 45 गांव जोड़े जाने से नाराज अधिवक्ताओं ने बुधवार को एसडीएम व तहसीलदार को बंधक बना लिया। दो घंटे तक अफसरों को घेरे में लिए रहे। अधिवक्ताओं ने मुख्य प्रवेश द्वार भी बंद करा दिया। इसके बाद जुलूस निकालकर प्रदेश सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
हड़ताल के तीसरे दिन बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार ¨सह व महासचिव सुशील पांडेय के नेतृत्व में अधिवक्ता धरना स्थल पर इकट्ठे हुए। यहां से नारेबाजी करते हुए प्रवेश द्वार को बंद करा दिया। इससे तहसील आने-जाने वाले परेशान हुए। इसके बाद अधिवक्ताओं ने एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित व तहसीलदार शिवनरायन पांडेय को घेर लिया। अफसर दो घंटे तक अधिवक्ताओं के बीच फंसे रहे। उच्चाधिकारियों को आंदोलन की जानकारी देने पर अधिवक्ताओं ने इन्हें जाने दिया। इन लोगों ने टाइपिस्ट व स्टांप वेंडर की दुकानें भी बंद करा दी। तहसील परिसर के आसपास दुकानों को भी अधिवक्ताओं ने बंद कराया।
छिबरामऊ तहसील का बंटवारा स्वीकार नहीं : महासचिव सुशील पांडेय ने कहा कि हसेरन तहसील का गठन करने में शासन का फैसला अनुचित है। अनिश्चितकालीन हड़ताल, धरना प्रदर्शन, अधिकारियों का घेराव व तालाबंदी जारी रहेगी। छिबरामऊ तहसील का बंटवारा कतई स्वीकार नहीं करेंगे। पंकज मिश्रा, कृष्णकांत मिश्रा, अमित दुबे, विजय त्रिपाठी, आलोक दुबे, रूपेश दुबे, पुरुषोत्तम त्रिपाठी, सुधाकर, कन्हैया लाल वर्मा, शैलेंद्र कुमार ¨सह, जितेंद्र श्रीवास्तव मौजूद रहे।
जिला पंचायत सदस्य व प्रधान समर्थन में आए : सकरावा के जिला पंचायत सदस्य प्रवेश शाक्य, रसूलपुर प्रधान श्यामा देवी, सुल्तानपुर के जगमोहन पाल, मझूपुर की ¨रकी पाठक, कबीरपुर की रेशमा बेगम, शंकरपुर की मायादेवी, कुसमा के बेंचेलाल वर्मा, अलीपुर की शारदा देवी, कायमपुर की ममता, फूलनपुर के मन्नीलाल वर्मा, सरदापुर की नसरीन बेगम व अतरौली के पवन त्रिपाठी ने भी हड़ताल को समर्थन दिया।