आफत में यात्रियों व छात्रों की जान
तिर्वा, संवाद सहयोगी : उमर्दा में निचली गंग नहर का पुल निर्माण कछुआ गति से होने से छात्रों व यात्रिय
तिर्वा, संवाद सहयोगी : उमर्दा में निचली गंग नहर का पुल निर्माण कछुआ गति से होने से छात्रों व यात्रियों की जान आफत में बनी हुई है। एक वर्ष से यात्री समस्याओं से जूझ रहे तथा बोर्ड परीक्षाएं करीब आने से छात्रों को भी मुसीबतें उठानी पड़ेंगी। कार्यदायी संस्था की लापरवाही व नहर विभाग की खींचतान के कारण निर्माण की रफ्तार धीमी बनी हुई है।
उमर्दा में निचली गंग नहर पर नवीन पुल का निर्माण कार्य सिचाई विभाग से उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम संस्था द्वारा कराया जा रहा। बीते मई माह में निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था तथा अक्टूबर 2015 में कार्य को पूर्ण होना तय था। 253.74 लाख की लागत से निर्माण पूर्ण होना है। पुल निर्माण की गति धीमी होने के कारण यात्रियों व छात्रों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा। अस्थायी लकड़ी के पुल से चौपहिया तो दूर साइकिल भी नहीं निकलती। जान हथेली पर लेकर यात्री व छात्र अस्थायी पुल से गुजर रहे है। वाहन चालकों को 12 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। छात्रों की बोर्ड परीक्षाएं करीब आने से विद्यालय तक पहुंचना मुश्किल पड़ जाएगा। कालेज तक पहुंचने के लिए दो किमी पैदल ही चलना पड़ेगा। निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए चार बार समय बढ़ाया गया, लेकिन अभी तक 50 फीसदी ही कार्य हो सका है। निर्माण कार्य में महज पांच से सात मजदूर ही नजर आते हैं। काफी दिनों तक ¨सचाई विभाग की अनदेखी से नहर में पानी कम न होने के कारण कार्य थमा रहा। इस मामले में परियोजना प्रबंधक गेंदालाल ने बताया कि निर्माण कार्य कराया जा रहा। मार्च तक निर्माण को पूर्ण कर संबंधित विभाग को सौंप दिया जाएगा।