कौन करेगा राकेश की छह बच्चियों की परवरिश?
कन्नौज, जागरण संवाददाता : शुक्रवार को जहरीली शराब से मरने वाले तीन लोगों की मौत के गम अलियापुर और सा
कन्नौज, जागरण संवाददाता : शुक्रवार को जहरीली शराब से मरने वाले तीन लोगों की मौत के गम अलियापुर और सादिकपुर के ग्रामीण डूबे हुए थे। दोनों गावों में अस्पताल में भर्ती बाकी लोगों के सही हो जाने की दुआएं मांगी जा रही थी, लेकिन शनिवार को दो और मौतों के बाद गांव का माहौल पूरी तरह एक बार फिर गमगीन हो गया। हर कोई एक दूसरे के गले लगकर रो रहा था।
सबसे बुरा हाल शनिवार को जहरीली शराब का शिकार बने राकेश और श्रीराम वर्मा के परिजनों का था। दोनों घरों से कमाने वाले मुख्य जिम्मेदार काल के गाल में समा चुके थे। राकेश की मां जमुना देवी तो बेटे की आखिरी हिचकी के बाद बुत बन गयीं। वह जिला अस्पताल में बेटे की लाश के पास करीब आधे घंटे तक बुत बनी बैठी रहीं। राकेश के ससुर ने किसी तरह दूसरी औरतों की मदद से उन्हें अस्पताल के बाहर भेजा। जहां वह अपनी गर्भवती बहू विमला के साथ चीख चीखकर रोयी और बेहोश हो गई। राकेश के पिता राम अवतार शराब पिलाने वालों को कोसते हुए कहते है कि अब इसकी 6 बेटियों की परवरिश कौन करेगा? उन्होंने बताया कि दो बेटों में राकेश बड़ा है। खेती के लिये ढाई बीघा जमीन है जो बरसात में डूब जाती है। मृतक मजदूरी कर नौ लोगों का पेट पालता था। कुछ ऐसा ही कोहराम मृतक श्रीराम के घर में भी मचा हुआ था। 35 साल का श्रीराम चार भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके पिता रामपरमसुख की कुछ साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है। तीन बच्चों सहित पूरे परिवार के सात लोगों की जिम्मेदारी उसी के कन्धों पर थी। शराब पिलाने वालों को कोसते हुए उसकी मां जगरानी बिलखती हुई कहती है कि भगवान जहरीली शराब पिलाने वालों को बख्शेगा नहीं।