हथियार सुरक्षा के लिए हैं न कि संहार के लिए
कन्नौज, जागरण संवाददाता : डा. कलाम श्रद्धांजलि सप्ताह के तत्वाधान पर जागरण पब्लिक स्कूल में भारत रत
कन्नौज, जागरण संवाददाता : डा. कलाम श्रद्धांजलि सप्ताह के तत्वाधान पर जागरण पब्लिक स्कूल में भारत रत्न व पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीएजे अब्दुल कलाम के मिसाइल व परमाणु परीक्षण देश व मानवता के हित या अहित में, विषय पर इंटर हाउस वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डा. रमेश चंद्र तिवारी 'विराम' ने की। ब्लू बर्ड्स से अभिलाषा राजपूत व मंयक ¨सह, गोल्डन ¨वग्स से सृष्टि पाण्डेय व प्रिया चतुर्वेदी, ग्रीन लीव्ज से मानवेंद्र ¨सह व अविर त्रिपाठी तथा रेड रो•ोज से़ मनीषी कुशवाहा व दिव्यांशी वर्मा ने प्रतिभाग किया। सभी हाउस के प्रतिभागियों ने पक्ष व विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किये। उसके बाद डा. रमेश चंद्र तिवारी 'विराम' ने छात्रों को संबोधित करते हुये बताया की विज्ञान व प्रौद्योगिकी विकास के आयाम हैं। परमाणु व मिसाइल रक्षात्मक उपयोग के लिये हैं, अपनी सुरक्षा व संरक्षा के लिये हैं, न कि संहार के लिए। उन्होंने बताया कि डा. कलाम ने विज्ञान की पहुंच को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिये 'कलाम टैबलेट' का अविष्कार किया। उन्होंने बताया कि माचिस का अविष्कार दीपों को जलाने के लिये किया गया हैं, न कि घरों व बहुओं को जलाने के लिये। बाद में निर्णायक मंडल में रमेश चंद्र तिवारी 'विराम' व सुनीता श्रीवास्तव द्वारा ब्लू वर्ड्स से अभिलाषा राजपूत प्रथम, गोल्डन ¨वग्स से सृष्टि पाण्डेय द्वितीय तथा ग्रीन लीव्•ा से मानवेंद्र ¨सह तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रवण कुमार तिवारी ने किया। निधी त्रिपाठी ने अतिथियों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में प्रबंधक अवधेश कुमार मिश्रा, प्रधानाचार्य डा. संजय शुक्ला व शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
लाइब्रेरी में हो डा. कलाम की जीवनी की किताबें
सौरिख, संवाद सूत्र : शनिवार को ऋषि भूमि इंटर कालेज में आयोजित सभा के दौरान माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डा. कलाम गरीब परिवार में पैदा हुए थे, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर देश का सर्वोच्च पद हासिल किया। वह युवाओं के लिए प्रेरणा श्रोत हैं। विद्यालयों की लाइब्रेरी में उनकी जीवनी से संबंधित किताबें होनी चाहिए। इस दौरान माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण यादव, प्रधानाचार्य नरेंद्र ¨सह यादव, वीरेद्र ¨सह यादव, ओमेंद्र पाल, उपदेश दुबे, अशोक कुमार वाजपेयी, मृत्युंजय पाठक, श्री हरि, शैलेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।