रोगियों को मिलेगी अस्पताल के बारे में पूरी जानकारी
कन्नौज, जागरण संवाददाता : अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को अब वहां की स्वास्थ्य सेवाओं को जान
कन्नौज, जागरण संवाददाता : अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को अब वहां की स्वास्थ्य सेवाओं को जानने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। यदि अस्पताल में कोई अव्यवस्था भी है तो उसकी शिकायत भी हो सकेगी और उसका निस्तारण भी तय होगा। इसके लिए प्रदेश के उच्च प्राथमिकता वाले जिलों के जिला स्तरीय अस्पतालों में रोगी सहायता केंद्र खोले जाएंगे। इन केंद्रों पर 24 घंटे सेवाएं दी जाएंगी। इन केंद्रों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत खोला जाएगा।
कन्नौज के उच्च प्राथमिक वाले जिलों में शुमार होने के कारण यहां पर जिला अस्पताल में रोगी सहायता केंद्र खोला जाएगा। इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के महानिदेशक ने निर्देश जारी किए हैं। इस सहायता केंद्र के जरिए 24 घंटे सेवाएं दी जाएंगी। इस केंद्र में तैनात कर्मचारी चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की की विस्तृत व विश्वनीय जानकारी मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा रोगियों की शिकायतों एवं सुझाव के संबंध में समुचित एवं समयबद्ध निराकरण के लिए चिकित्सालय प्रशासन को सूचित भी करेंगे। इन शिकायतों को सूचीबद्ध कर रिकार्ड भी बनाया जाएगा। यह कर्मचारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी से प्रभावकारी स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए मदद भी करेंगे और आशा व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को सूचना व सहयोग भी करेंगे।
ऐसा होगा रोगी सहायता केंद्र
इस केंद्र की स्थापना के लिए चिकित्सालय के मुख्य भवन के किसी मुख्य स्थान पर करीब 100 गुणा 100 वर्ग फिट के स्थान पर बनाया जाएगा। इसमें चार कुर्सियां, एक मेज, एक अलमारी, एक डेस्कटॉप कम्प्यूटर, यूपीएस, ¨प्रटर, एक इंटरनेट कनेक्शन व एक टेलीफोन होगा। इसके अलावा यहां पर स्वास्थ्य विभाग की सम सामयिक आवश्यक प्रचार सामग्री भी होगी।
ऐसा होगा ड्यूटी चार्ट
रोगी सहायता केंद्र को संचालित करने के लिए तीन पालियों में कर्मचारी काम करेंगे। पहली पाली सुबह 8 बजे से दोपहर दो बजे तक, दूसरी दोपहर दो बजे से शाम आठ बजे तक और तीसरी पाली शाम आठ बजे से होगी। इसके अलावा केंद्र का एक प्रबंधक भी होगा। उसकी ड्यूटी सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक होगी। इस केंद्र पर तैनात कर्मचारियों से मरीजों की पर्ची बनवाना, दवा वितरण या कम्प्यूटर आपरेटर की काम में मदद नहीं ली जाएगी।
सहायता केंद्र के होंगे ये दायित्व
अस्पताल में आने वाले मरीजों को सूचनाएं और उनकी समस्या के निवारण के अलावा रोगी सहायता केंद्र के कर्मचारी माह में कम से कम तीन से चार बार शहरी बस्तियों विशेषकर मलिन, असेवित बस्तियों का भ्रमण कर वहां रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी देंगे। इसके अलावा अस्पताल का प्रतिदिन भ्रमण कर वार्डों, शौचालयों, प्रतीक्षालय, दवा वितरण कक्ष आदि की सफाई व्यवस्था का भी निरीक्षण करेंगे। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का सहयोग भी करेंगे।
“जिला अस्पताल में रोगी सहायता केंद्र खोला जा रहा है। चार आपरेटर और एक प्रबंधक ने आमद दर्ज करवा दी है। जल्द ही इनके लिए कमरे का भी इंतजाम किया जा रहा है।''
- डा. सीपी ¨सह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक।