Move to Jagran APP

रानी लक्ष्मीबाई की अब तक नहीं हुई ऑनलाइन फी¨डग

कन्नौज, जागरण संवाददाता : रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष योजना में नौ तरह के आपराधिक वादों की ऑनल

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 05:06 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 05:06 PM (IST)
रानी लक्ष्मीबाई की अब तक नहीं हुई ऑनलाइन फी¨डग

कन्नौज, जागरण संवाददाता : रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष योजना में नौ तरह के आपराधिक वादों की ऑनलाइन फी¨डग होनी थी। यह अब तक हो नहीं सकी। इस कारण पीड़ित महिलाओं को लाभ नहीं मिल सका है। अफसर इसका कारण तकनीकी खराबी के कारण डिजिटल हस्ताक्षर न होने का कारण बता रहे हैं। इस योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने इसे तत्काल दुरुस्त ऑनलाइन फी¨डग के निर्देश दिए, ताकि पीड़ित महिलाओं को योजना से शीघ्र लाभांवित किया जा सके।

loksabha election banner

रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष की वर्तमान प्रगति जानने के लिए समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने की। उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष योजना शासन के निर्देश पर 1 अप्रैल, 15 से शुरू होनी थी। तकनीकी खराबी के चलते अब तक शुरू नहीं हो पाई। उन्होंने सूचना विज्ञान केंद्र के अफसर को तनकीक खराबी दूर करने के आदेश दिए। इससे योजना को बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो सके। जिला प्रोबेशन अधिकारी राजेश कुमार बघेल ने बताया कि विकास भवन में 201 कक्ष में इसकी स्थापना की गई है। इसमें एक लाख कीमत से सिविल व विद्युत कार्य भी कराए जाएंगे। इसके साथ ही कंप्यूटर व सहायक सामग्री क्रय के लिए 2,03,886 रुपए मिले हैं। इसके अलावा पीड़ित महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए फोटोयुक्त पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। इससे उनका निर्धारित चिकित्सालयों में समुचित इलाज कराया जा सकेगा। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी उदय राज यादव, अपर पुलिस अधीक्षक सुभाष शाक्य, सीएमएस, सीओ व मेहराज बानो आदि लोग उपस्थित रहे। मालूम हो कि रानी लक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष योजना के तहत पीड़ित महिलाओं को आर्थिक, चिकित्सीय सहायता तथा विभिन्न पेंशन योजनाओं से महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा। इस योजना के सफल क्रियान्वयन को जिला संचालन समिति की बैठक आयोजित की गई है। इस योजनांतर्गत नौ तरह की अपराध पीड़ित (एसिड अटैक, दुष्कर्म, दहेज हत्या, यौन उत्पीड़न) आदि मामले में उन्हें लाभान्वित किया जाएगा। इन वादों की ऑनलाइन फी¨डग होनी थी। इसमें अभी तक दो दुष्कर्म के मामले आए है, लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से इनकी फी¨डग नहीं हो सकी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.