मिला-जुला कुछ नहीं, खर्च हुए हजारों
कन्नौज, जागरण संवाददाता : शादी-बीमारी योजना का लाभ पाने के लिए हजारों की संख्या में लोगों ने आवेदन क
कन्नौज, जागरण संवाददाता : शादी-बीमारी योजना का लाभ पाने के लिए हजारों की संख्या में लोगों ने आवेदन किया। इसके आवेदन फार्म पर उन्होंने सैकड़ों रुपए खर्च कर दिए। बाद में शासन से पत्र आया कि यह योजना स्थगति कर दी गई। इस योजनांतर्गत जिले की तीनों तहसीलों के 2801 लोगों ने आवेदन किया था। आवेदनकर्ताओं ने एक फार्म पर 500 से लेकर 1000 रुपए तक खर्च कर दिए, लेकिन योजना स्थगति होने पर उन्हें कुछ भी नहीं मिलेगा।
वित्तीय वर्ष 2014-15 में कुल 2801 आवेदनकर्ताओं को शादी-बीमारी योजना का लाभ मिलने का इंतजार था। इसमें समाज कल्याण विभाग में 1133, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में 1168 व अल्पसंख्यक वर्ग कल्याण विभाग में 500 से अधिक लोगों ने आवेदन किया था। लाभ मिलने के इंतजार में आवेदनकर्ता कार्यालय के चक्कर लगाकर बैरंग वापस लौट जा रहे हैं। मालूम हो कि शासन ने संयुक्त सचिव जीसी कठेरिया ने पिछड़ा वर्ग कल्याण के निदेशक को पत्र लिखा है। इसमें कहा कि वित्तीय वर्ष 2014-15 में गरीब रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी एवं बीमारी हेतु बजट प्राविधान अत्यंत कम है। इसकी वजह से शादी-बीमारी योजनाओं को इस वर्ष स्थगति कर दिया गया है।
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इस तरह खर्च हुए रुपए
शादी-बीमारी योजना में गरीब पात्र लाभार्थी को 10 हजार रुपए का अनुदान दिया था। एक आवेदन फार्म भरने में उसके 500 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक खर्च हो जाते हैं। इसमें फार्म भरने, 100 रुपए का स्टाप, नोटरी कराने, लेखपाल रिपोर्ट लगवाने में सुविधा शुल्क ले लेते हैं। तालग्राम विकास खंड के निवासी राजकिशोर ने बताया कि उसके आवेदन फार्म में हजार रुपए लेकर खर्च हो गए हैं।
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जिम्मेदार बोले
''पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के निदेशक ने शादी-बीमारी योजना स्थगति करने का शासनादेश भेज दिया है। इसकी वजह से इस वर्ष पात्रों को योजना से लाभान्वित नहीं किया जा सकेगा। अगर यह आदेश समय पर मिल जाता, तो आवेदनकर्ताओं के रुपए बच जाते।''
-राजेश कुमार बघेल, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी