यूरिया कम उपलब्ध होने से किसान परेशान
कन्नौज, जागरण संवाददाता : जनपद में काफी मात्रा में आलू की फसल का पैदावार किया जाता है। इस फसल की अच्
कन्नौज, जागरण संवाददाता : जनपद में काफी मात्रा में आलू की फसल का पैदावार किया जाता है। इस फसल की अच्छी पैदावार को छोटे व बड़े सभी काश्तकार मुख्यता डीएपी व यूरिया रासायनिक खाद का अधिक इस्तेमाल करते हैं। वर्तमान समय में यूरिया की कम उपलब्ध होने से जरूरतमंद किसानों को समय से खाद सहकारी समितियों पर नहीं मिल पा रही है। इस समस्या से परेशान किसान जिला मुख्यालय व समितियों के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
जनपद में करीब 47,500 हेक्टेयर में आलू की फसल की पैदावार होती है। चालू वित्तीय वर्ष में सहकारिता विभाग ने प्रत्येक वर्ष रासायनिक खाद की किल्लत के चलते जरूरत के हिसाब से डिमांड कर दी थी। इसमें विभाग यूरिया को 8865 मीट्रिक टन खाद मांगी थी। इसके एवज में उन्हें 1403 मीट्रिक टन यूरिया की उपलब्ध कराई गई। सहकारिता विभाग को लक्ष्य के अनुरूप कम खाद उपलब्ध होने पर सहकारी समितियों में उसी हिसाब से आवंटन किया। समितियों में खाद की उपलब्ध कम होने से जरूरतमंद किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रही है। आयेदिन वह सहकारी समिति व जिला मुख्यालय आकर खाली हाथ लौट रहे हैं। विभागीय अफसर भी उन्हें खाली आश्वासन देकर लौटा देते हैं। वहीं हाल में सहकारिता विभाग को 2600 मीट्रिक टन एनपीके व 2100 मीट्रिक टन डीएपी खाद की दो रैक उपलब्ध हुई, जबकि यूरिया की एक भी रैक नहीं आई। सहायक निबंधन सहकारिता रामनिवास यादव से इस मामले में बात नहीं हो सकी।