निलंबित वीडीओ की नए सिरे से जांच के निर्देश
कन्नौज, जागरण संवाददाता : सीएम की प्राथमिकता वाले लोहिया गांवों में गरीबों से उनका हक छीनने वालों पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। विकास कार्यो में धोखाधड़ी उजागर होने के बाद निलंबित ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ अन्य करीब एक दर्जन ग्राम सभाओं में भी कई धोखाधड़ी के मामले प्रकाश में आए हैं। जिला प्रशासन ने उमर्दा के खण्ड विकास अधिकारी को नये सिरे से जांच करने के निर्देश दिए है।
जनपद के उमर्दा विकास क्षेत्र के लोहिया गांव सिंहपुर में तैनात ग्राम विकास अधिकारी बन्नाम सिंह की मुसीबतें बढ़ती जा रही है। वर्ष 2012-13 का चयनित सिंहपुर लोहिया गांव में विकास कराने के नाम बन्नाम सिंह ने लाखों रुपए डकार लिए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायतराज अधिकारी जेके केसरवानी ने पाया कि गांव में कई इंदिरा आवास अधूरे पड़े है। करीब 12 शौचालयों का आम अधूरा पड़ा है। इसके अलावा लगभग 10 लोहिया आवासों को शीघ्र पूरा कराने निर्देश के बाद भी आवासों का काम पूरा नही किया गया। लोहिया गांव में विकास कार्यो में हो रही धांधली को लेकर डीएम राजेश कुमार ने गहरी नाराजगी जताई थी। इसके अलावा अन्य मदों से भी जमकर विकास कार्यो के लिए धन की निकासी की गई। लेकिन जांच में लगभग सभी कार्य अधूरे ही पाए गए। इससे नाराज जिला पंचायत राज अधिकारी जेके केसरवानी ने वीडीओ को निलंबित कर दिया। अब जिला प्रशासन का शक वीडीओ पर गहराता जा रहा है। डीएम ने निर्देश पर उक्त ग्राम पंचायत अधिकारी के करीब एक दर्जन गांवों के खातों से कब कितनी निकासी हुई है, इसकी भी जांच कराई जा रही है। बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में बन्नाम सिंह के पास करीब चार ग्राम सभाओं का चार्ज था। इन सभी ग्राम पंचायतों में भी उक्त वीडीओ के विकास कार्यो के नाम पर निकाले गए धन की जांच के निर्देश बीडीओ को दिए गए है।