मेडिकल कालेज में कर्मचारियों के नहीं बन सके वोट
तिर्वा, संवाद सहयोगी : राजकीय मेडिकल कालेज में 350 से अधिक कर्मचारी अपने मताधिकार से वंचित रह जाएंगे। मेडिकल कालेज में कर्मचारियों के वोट न बनने से शत प्रतिशत मतदान का सपना अधूरा ही रह जाएगा। कर्मियों ने वोट बनाने के लिए निर्वाचन अधिकारियों से भी गुहार लगाई थी।
राजकीय मेडिकल कालेज कैंपस में स्थायी निवास कर रहे कर्मियों ने वोट यहीं से बनने थे। यहां पर कोई भी बीएलओ वोट बनाने के लिए नहीं पहुंचा। समय बीतता देखकर कर्मचारियों ने निर्वाचन अधिकारियों से वोट बनाए जाने के लिए गुहार लगाई। इसके चलते एसडीएम ने मतदाता जागरूकता अभियान के तहत 30 मार्च को मेडिकल कालेज में शिविर लगाना तय किया था। इसमें रेजीडेंट कर्मियों की पुराने वोट काटकर नए आवेदन होने थे। जिले में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाने से चुनाव आयोग ने मतदाता दिवस मनाए जाने के लिए रोक लगा दी। इससे वहां पर कैंप नहीं लग सका। इससे इस बार 350 से अधिक कर्मचारी वोट डालने से वंचित रह जाएंगे। इन कर्मियों ने वोट गृह जनपद में बने हैं, लेकिन डयूटी यहां पर कर रहे। इन कर्मियों की निर्वाचन में डयूटी भी लगा दी गई। इससे वह वोट डालने के लिए गृह जनपद भी नहीं जा सकेंगे। एसडीएम महेश चंद्र शर्मा ने बताया कि वोट बनाने के लिए प्रयास किए गए, लेकिन कुछ समस्याएं होने पर मामला टल गया। वह लोग अपने गृह जनपद में ही मतदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कर्मियों को वहां से वोट कटाकर यहां पर प्रारूप 6 भरकर आवेदन करना था, लेकिन अनदेखी करके नहीं किया गया। डीएम राजेश कुमार ने कहा कि इस बारे में एसडीएम से जानकारी ली जा रही है कि ऐसा किन परिस्थितियों में हुआ।