डीएम की चेतावनी भी बेअसर
झाँसी : सैंयर गेट के पास अवैध तरीके से बन रही बिल्डिंग की बुनियाद में नियम-कायदे दफन कर दिए गए हैं त
झाँसी : सैंयर गेट के पास अवैध तरीके से बन रही बिल्डिंग की बुनियाद में नियम-कायदे दफन कर दिए गए हैं तो अब डीएम की चेतावनी को भी दरकिनार कर दिया गया है। रोक के बावजूद बिल्डर ने एक बार फिर दुकानों पर लिण्टल डाल दिया है, जबकि बेसमेण्ट को बन्द करने की कोई कार्यवाही नहीं की गई। यह पाँचवी बार है, जब अफसरों की चेतावनी के बावजूद बिल्डर ने काम कराया है।
अवैध निर्माण करने वालों के बुलन्द हौंसले और झाँसी विकास प्राधिकरण के अफसरों की लापरवाही का उदाहरण सैंयर गेट से मिनर्वा की ओर जाने वाले मार्ग पर बन रही एक बिल्डिंग पेश कर रही है। काफी समय से निर्माणाधीन इस बिल्डिंग का मानचित्र फुटकर दुकानों के लिए पास कराया गया है, जिसमें बेसमेण्ट का कोई प्राविधान नहीं है। इसके बावजूद जब काम शुरू किया गया, तो सबसे पहले पूरे भूखण्ड में गहरा गढ्डा करते हुए बेसमेण्ट बनाने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई। बेसमेण्ट की खुदाई से आसपास के मकानों पर ख़्ातरा मँडराया, तो जेडीए में शिकायत की गई। इसके बाद अधिकारियों ने नोटिस दिया और बेसमेण्ट का काम रुकवा दिया। जेडीए अ़फसरों के मुँह फेरते ही निर्माणकर्ता बेपरवाह हो गया और काम जारी रखा गया। शिकायतें होती रहीं और जेडीए अ़फसर चुप्पी साधे रहे। सितम्बर 2015 में बिल्डर ने जब अवैध बेसमेण्ट पर लिण्टल डाला तो जेडीए ने काम रुकवाते हुए बेसमेण्ट बन्द करने का आदेश दिया। बिल्डर ने भी इसका भरोसा दिलाया और अधिकारियों को सन्तुष्ट करने के लिए 1-2 ट्रैक्टर डस्ट बेसमेण्ट में डलवा दी। इसके बाद अधिकारियों ने चुप्पी साध ली और बिल्डिंग में दुकानों का निर्माण चलता रहा। मई 2016 में एक बार फिर बिल्डर ने लिण्टल डालने की तैयारी की तो सचिव जेडीए के निर्देश पर काम बन्द कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं की, जिसका फायदा उठाकर बिल्डर ने लिण्टल डाल दिया। पिछले सप्ताह यह मामला जेडीए उपाध्यक्ष/ ़िजलाधिकारी कर्ण सिंह चौहान के सामने आया। उन्होंने बिल्डर की कड़ी फटकार लगाई। डीएम ने कहा कि उक्त बिल्डर द्वारा जितने भी निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं, सभी अवैध हैं, जिससे प्रतीत होता है कि बिल्डर को अवैध निर्माण कराने की आदत है। सैंयर गेट की बिल्डिंग पर आँखें तरेरते हुए बेसमेण्ट बन्द करने की चेतावनी दी। डीएम की इस चेतावनी पर अमल करना तो दूर बिल्डर ने शेष दुकानों पर भी लिण्टल डाल दिया।
खुलने लगीं दुकानें
जेडीए की टोका-टाकी के बीच बन रही अवैध बिलिडंग में बनी दुकानें भी बिकने लगी हैं। फिलहाल एक दुकान खोल ली गई है, जबकि शेष दुकानों की सौदेबाजी भी चल रही है।
कार्यवाही पर उठे सवाल
छोटे आवासीय भवनों में मानचित्र के विपरीत थोड़ा सा निर्माण करने पर तत्काल सीलिंग की कार्यवाही करने वाले जेडीए अफसर व्यवसायिक और बड़े भवनों को लेकर उदासीन क्यों हो जाते हैं, इस पर सवाल उठने लगे हैं। सैंयर गेट पर बन रही बिल्डिंग में अवैध तरीके से बेसमेण्ट का निर्माण किया गया है। अधिकारी कई बार इस बिल्डिंग का निर्माण कार्य रुकवा चुके हैं, लेकिन बिल्डर फिर भी बाज नहीं आ रहा है। इसके बावजूद जेडीए द्वारा सीलिंग की कार्यवाही न करना समझ से परे हो गया है।